Attaullah Khan Esakhelvi Unknown Facts: वह 'प्यार का सिला' बताने में माहिर हैं तो 'वफाएं याद' कराने की काबिलियत भी रखते हैं, क्योंकि वह इश्क में चोट खाए आशिकों के दिल की बात बयां करते हैं. बात हो रही है पाकिस्तान के मशहूर सिंगर अताउल्लाह खान की, जिन्होंने आज ही के दिन यानी साल 1951 में 19 अगस्त के दिन इस दुनिया में पहला कदम रखा था. बर्थडे स्पेशल में हम आपको उनकी जिंदगी के ऐसे किस्सों से रूबरू करा रहे हैं, जिनसे हर कोई अनजान है.


छिप-छिपकर करते थे संगीत का रियाज


अताउल्लाह को बचपन से ही गायकी का शौक था, लेकिन उनके पिता संगीत में करियर बनाने के एकदम खिलाफ थे. कहा जाता है कि एक बार अताउल्लाह को गाना गाते देखकर पिता ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया था. ऐसे में वह उस वक्त रियाज करते थे, जब उनके पिता हज पर जाते थे. धीरे-धीरे अताउल्लाह खान का शौक इस कदर परवान चढ़ा कि उन्होंने महज 18 साल की उम्र में अपना घर छोड़ दिया था. 


गिनीज बुक में दर्ज है नाम


पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मियांवाली में जन्मे अताउल्लाह खान किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, क्योंकि उनकी आवाज ने उन्हें शोहरत के मुकाम पर इस कदर पहुंचा दिया है, जो हर किसी के बस की बात नहीं. अपने हुनर के दम पर उन्होंने 50 हजार से ज्यादा गाने गाकर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया था. 


भारत में नहीं मिली शोहरत


आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तान के इस हुनरमंद गायक को हिंदुस्तान में वह मुकाम नहीं मिला, जो सरहद पार के कई सिंगर्स ने बखूबी हासिल किया. यह आलम तब है, जब उन्होंने बॉलीवुड फिल्म सनम बेवफा के गानों में ऐसी जान फूंकी कि ये गाने हर आशिक के दिल का मरहम बन गए. इसके बावजूद उन्हें भारत में शोहरत नसीब नहीं हुई.


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