आयुष्मान खुराना का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म 'आर्टिकल 15' किसी का भी पक्ष नहीं ले रहा है और न ही किसी समुदाय के बारे में कुछ गलत दिखाने का इसका इरादा है.

आयुष्मान ने एक बयान में कहा, "मैंने नोटिस किया कि 'आर्टिकल 15' को लेकर चारों ओर कई विवाद हैं. मैं उन सभी से आग्रह करना चाहूंगा जो विरोध कर रहे हैं और यह दावा कर रहे हैं कि यह फिल्म ब्राह्मण विरोधी है, कृप्या इस फिल्म को देखे. हमारी फिल्म किसी का भी पक्ष नहीं ले रही है और न ही किसी समुदाय के बारे में कुछ गलत दिखाने का इसका इरादा है और सेंसर बोर्ड जिनके पास किसी फिल्म को देखने के अपने कुछ दिशा-निर्देश हैं, के द्वारा इस फिल्म का निरीक्षण किया जा चुका है."

मई में रिलीज हुई इस फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि एक गांव की दो जवान लड़कियों के साथ बर्बरता से दुष्कर्म किया जाता है और इसके बाद उनकी हत्या कर उनके शव को एक पेड़ पर लटका दिया जाता है. इसमें दिखाया जाता है कि इन लड़कियों के परिवार वालों को अधिकारहीन कर दिया जाता है और मजदूरी करने के लिए मजबूर किया जाता है. इन्हें महज इस वजह से निशाना बनाया जाता है कि क्योंकि उन्होंने अपने दैनिक वेतन में 3 रुपये बढ़ाने की मांग की थी.



फिल्म की कहानी को मरोड़कर दिखाए जाने के बात पर फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा को उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समुदाय के गुस्से का सामना करना पड़ा. चूंकि फिल्म में आरोपी व्यक्ति ब्राह्मण समुदाय से हैं, इस वजह से लोगों को लगता है कि इससे उनके समुदाय की बदनामी होगी.

इस फिल्म के माध्यम से दिखाया गया कि किस तरह से क्षेत्र में जातिगत असमानता प्रचलित है. आयुष्मान ने आगे कहा, "हमारी फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और यह किसी एक विशेष घटना पर आधारित नहीं है. यह हमारे देश में हो रही घटनाओं का एक संयोजन है. हां, यह आपको असहज महसूस कराएगी, लेकिन यह सच्ची घटनाओं से प्रेरित फिल्म है."

आयुष्मान ने यह भी कहा, "मैं सभी से इस फिल्म को देखने का और निर्देशक के दृष्टिकोण और इरादे पर कोई धारणा न बनाने का आग्रह करता हूं."

फिल्म में आयुष्मान के अलावा ईशा तलवार, सयानी गुप्ता, कुमुद मिश्रा, एम.नास्सर, आशीष वर्मा, सुशील पांडेय, शुभ्रज्योति भारत, रोन्जिनी चक्रवर्ती और जीशान अयूब जैसे कलाकार भी हैं. यह फिल्म 28 जून को रिलीज होगी.