अमिताभ बच्चन और आयुष्मान स्टारर फिल्म गुलाबो सिताबो ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है. फिल्म को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. ऑडियंस को मिर्जा के किरदार में अमिताभ बच्चन ने काफी पसंद आए. वहीं, आयुष्मान खुराना के किरदार बांके ने सबका दिल जीत लिया है. फिल्म की कहानी काफी इंटरेस्टिंग है. यूपी के लखनऊ में बनी ये फिल्म लखनवी अंदाज को बखूबी दिखाती है. फिल्म में अमिताभ-आयुष्मान की नोंक-झोंक लोगों को हंसाती है.


गुलाबो सिताबो रिलीज होने के बाद आयुष्मान खुराना ने अपने एक्टिंग के सफर को याद किया और खुद को अमिताभ बच्चन से प्रेरित बताया. उन्होंने अपना अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अनुभव भी बताया. आयुष्मान ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, 'जब भी हमारे देश में कोई नौजवान अभिनय के क्षेत्र में कदम रखना चाहता है तो उसका ध्येय होता है अमिताभ बच्चन. मेरी आख़िरी फ़िल्म में एक डायलॉग था कि बच्चन बनते नहीं है, बच्चन तो बस होते हैं. जब मैंने बचपन में चंडीगढ़ के नीलम सिनमा में “हम” देखी थी और बढ़े से बच्चन को बढ़े से पर्दे पर देखा था तो शरीर में ऐसी ऊर्जा उत्पन्न हुई जिसने मुझे अभिनेता बनने पर मजबूर कर दिया.'


यहां देखिए आयुष्मान खुराना का इंस्टाग्राम पोस्ट





आयुष्मान ने आगे लिखा, 'मेरा पहला टीवी शूट मुकेश मिल्ज़ में हुआ था और यही वो जगह थी जहां जुम्मा चुम्मा दे दे शूट हुआ था. उस दिन मुझे आई हेव अर्राइव्ड वाली फीलिंग आ गयी थी. अगर तब यह हाल था तो आज आप सोच सकते होंगे मैं किस अनुभूति से गुज़र रहा होऊँगा. गुलाबो सिताबो में मेरे सामने बतौर ‘सह’ कलाकार यह हस्ती खड़ी थी और किरदारों की प्रवृति ऐसी थी की हमें एक दूसरे को बहुत ‘सहना’ पड़ा. वैसे असल में मेरी क्या मजाल की मैं उनके सामने कुछ बोल पाऊँ.'


किया शूजीत सरकार का धन्यवाद


आयुष्मान ने आगे लिखा, 'इस विस्मयकारी अनुभव के लिए मैं शूजित दा का धन्यवाद करना चाहूँगा की उन्होंने मुझे अमिताभ बच्चन जैसे महानायक के साथ एक फ़्रेम में दिखाया है. दादा आप मेरे गुरू हैं, आपका हाथ थाम कर यहाँ तक पहुँचा हूँ. सौ जन्म क़ुर्बान यह जन्म पाने के लिए, ज़िंदगी ने दिए मौक़े हज़ार हुनर दिखाने के लिए.


Gulabo Sitabo Movie Review: देखने से पहले जानें कैसी है अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की 'गुलाबो सिताबो', पढ़ें Critics Review