'बाटला हाउस' एनकाउंटर से परे एक बड़ी मानवीय कहानी है : जॉन अब्राहम
जॉन अब्राहम की फिल्म 'बाटला हाउस' इसी शुक्रवार रिलीज होने जा रही है. फिल्म को लेकर जॉन अब्राहम का कहना है कि एनकाउंटर से परे एक बड़ी मानवीय कहानी है.
अपनी आगामी फिल्म 'बाटला हाउस' की रिलीज को लेकर अतिउत्साहित जॉन अब्राहम का कहना है कि फिल्म की कहानी वास्तविक विवादित पुलिस एनकाउंटर की कहानी से परे मानवीय कहानी को दर्शाने वाली है.
निखिल आडवाणी निर्देशित फिल्म में जॉन डीसीपी संजीव कुमार यादव के किरदार में नजर आएंगे, जिन्होंने 2008 में नई दिल्ली के जामिया नगर के बाटला हाउस में हुए एनकाउंटर का नेतृत्व किया था.
जॉन ने बताया, "बाटला हाउस' केवल हालिया दौर के सबसे विवादित एनकाउंटर पर बनी फिल्म ही नहीं है, बल्कि एक ऐसी कहानी भी है, जिसे राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए कई मोड़ दिए गए. यह डीसीपी संजीव कुमार यादव की एक मानवीय कहानी है, जो ड्यूटी के दौरान कई सारे व्यक्तिगत उथल-पुथल से भी गुजर रहे थे. "
अभिनेता ने आगे कहा, "आमतौर पर ऐसे मामलों में हम सिर्फ किसी व्यक्ति के पेशेवर पहलू पर ध्यान देते हैं और व्यक्ति के व्यक्तिगत जीवन के बारे में भूल जाते हैं कि वे किस मानसिक दौर से गुजर रहे होंगे. संजीव जिन परिस्थितियों से गुजरे और उनसे मुकाबला करके बाहर आए वह एक प्रेरक यात्रा है और मैंने उसे उस किरदार के माध्यम से पर्दे पर लाने की पूरी कोशिश की है जो मैं निभा रहा हूं."
बाटला हाउस एनकाउंटर हालिया समय की सबसे विवादित घटनाओं में से एक है. फिल्म में दिखाया गया है कि इस घटना ने किस प्रकार उस पुलिसकर्मी के जीवन को बदल दिया जिसका किरदार जॉन ने निभाया है. फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी.