IFFI 2022 में भारतीय राष्ट्रगान बजाने पर भी कमेंट कर चुके हैं Nadav Lapid, जानिए- क्या कहा था
Nadav Lapid: विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर कमेंट कर इजरायली फिल्म मेकर नादव लैपिड की काफी निंदा हो रही है. वैसे लैपिड इससे पहले भारतीय राष्ट्रगान पर भी कमेंट कर चुके हैं.
Nadav Lapid Comment on Indian National Anthem: गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) 2022 के क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान इजरायली फिल्म निर्माता नादव लैपिड के ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर किए गए कमेंट के बाद से विवाद बढ़ता जा रहा है. लैपिड IFFI 2022 गो में जूरी हेड थे. अन्य जूरी सदस्यों में अमेरिकी निर्माता जिन्को गोटोह, फ्रांसीसी संपादक पास्कले चावांस, स्पेनिश फिल्म निर्माता और क्रिटिक्स जेवियर अंगुलो और इंडियन फिल्म मेकर सुदीप्तो सेन थे. वहीं लैपिड इससे पहले इंडियन नेशनल एंथम को लेकर भी कमेंट कर चुके हैं.
इजरायली एंबेसडर ने लैपिड के बयान की निंदा की
‘किंडरगार्टन टीचर’ डायरेक्टर ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को "प्रोपेगेंडा" और "वल्गर" बताया था. वहीं भारत में इजरायली एंबेसडर नौर गोलिन ने अब नादव लैपिड की निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर उन पर निशाना साधा. नौर गोलिन ने कहा, "आपको शर्म आनी चाहिए."
An open letter to #NadavLapid following his criticism of #KashmirFiles. It’s not in Hebrew because I wanted our Indian brothers and sisters to be able to understand. It is also relatively long so I’ll give you the bottom line first. YOU SHOULD BE ASHAMED. Here’s why: pic.twitter.com/8YpSQGMXIR
— Naor Gilon (@NaorGilon) November 29, 2022
लैपिड ने भारतीय राष्ट्रगान पर भी किया था कमेंट
हालांकि, ऐसा लगता है कि लैपिड बेबाकी से अपनी राय रखते हैं. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा के फ्लैगशिप पब्लिकेशन ‘द पीकॉक’ को दिए एक इंटरव्यू में लैपिड ने IFFI गोवा में भारतीय राष्ट्रगान बजाने के बारे में कमेंट किया था. उन्होंने मैग्जीन से कहा, "मैं देशभक्ति की पूरी तरह से प्रशंसा करता हूं, लेकिन एक इंटरनेशनल प्रोग्राम में एक आर्टिस्ट के लिए यह एक बहुत ही निराशाजनक एक्सपीरियंस था."
द पीकॉक में पब्लिश हुआ था लैपिट का इंटरव्यू
लैपिड का ये इंटरव्यू 20-28 नवंबर के उत्सव के दौरान द पीकॉक में पब्लिश हुआ था. लैपिड ने मैग्जीन को बताया था कि वह वहां इज़राइल के राजदूत के रूप में नहीं बल्कि एक कलाकार के रूप में थे जो अलग-अलग कल्चर का एस्पीरियंस करना चाहते थे.
बता दें कि IFFI का आयोजन इंफॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्री और नेशनल फिल्म डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा कार्यक्रम के आयोजकों में से एक द पीकॉक के साथ किया जाता है. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ पूरे फिल्म समारोह के दौरान मौजूद थे.
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