2018 में कहानी 'हीरो', स्टारडम 'ज़ीरो'; 'राज़ी', 'मुल्क' से लेकर 'बधाई हो' तक, ये हैं इस साल की बेस्ट बॉलीवुड फिल्में
Best Films of 2018: ये साल बॉलीवुड के लिए बहुत अहम है क्योंकि सुपरस्टार्स के ऊपर दर्शकों का दवाब है. अब ये साफ हो गया कि कहानी 'हीरो', स्टारडम 'ज़ीरो'. बॉलीवुड में इस साल करीब 125 फिल्में बनीं जिनमें से गिनी चुनी फिल्में ही लोगों का दिल जीत पाई. हम आपको यहां बता रहे हैं इस साल सात बेस्ट फिल्मों के बारे में
Best Bollywood films of 2018: ये साल बॉलीवुड फिल्मों के लिए बहुत अहम साल रहा. दर्शकों ने उन फिल्मों को सिरे से नकार दिया जो सिर्फ स्टार फैक्टर के बलबूते रिलीज की गईं. अच्छा कंटेंट ना रहने के चलते आमिर खान की 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' फ्लॉप रही तों वहीं शाहरुख खान की 'ज़ीरो' को देखने भी लोग सिनेमाघरों में नहीं पहुंचे. सलमान खान की 'रेस 3' ने कमाई तो कर ली लेकिन बहुत आलोचना हुई. उनके फैंस भी निराश हुए. वहीं, 'स्त्री', 'अंधाधुन', 'बधाई हो' सहित कई छोटे स्टार्स और कम बजट की फिल्मों ने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई. ये साल अहम इसलिए है भी हैं क्योंकि सुपरस्टार्स के ऊपर दर्शकों का दवाब है. इस साल ये साफ हो गया कि कहानी 'हीरो', स्टारडम 'ज़ीरो'.
बॉलीवुड में इस साल करीब 125 फिल्में बनीं जिनमें से गिनी चुनी फिल्में ही लोगों का दिल जीत पाई. हम आपको यहां बता रहे हैं इस साल बेस्ट फिल्मों के बारे में जो हर किसी को जरुर देखनी चाहिए. ये फिल्में ऐसी हैं जिनमें कोई विषय की वजह से चर्चा में रही तो किसी ने दर्शकों को भावनात्मक तरीके से अपनी तरफ खींचा. किसी फिल्म ने सवाल उठाए तो किसी ने अपने सस्पेंस से रोमांचित कर दिया.
साल 2018 की बेस्ट बॉलीवुड फिल्में
मुक्काबाज (Mukkabaaz, 12 January 2018)
इस साल की शुरुआत अनुराग कश्यप की फिल्म 'मुक्काबाज़' से हुई. वैसे तो ये स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है लेकिन कश्यप इसमें 'दादरी हत्याकांड', गाय के नाम पर गुंडागर्दी, जाति को लेकर हो रहे भेदभाव जैसे कई मुद्दों को छूकर निकल गए. दिलचस्प ये है कि उन्होंने ये भी दिखा दिया है कि आप 'भारत माता की जय' बोलकर किसी की भी धुनाई कर सकते हैं. इसकी कहानी यूपी के बरेली में रहने वाले श्रवण कुमार (विनीत सिंह) के बारे में जो माइक टायसन बनना चाहता है. लेकिन जब लोकर लीडर से उसकी अनबन हो जाती है तो उसे अपने सपने को पूरा करने के लिए दफ्तर फाइल उठाने से लेकर चपरासी तक का काम करना पड़ता है. फिल्म की कहानी विनीत कुमार की है और उन्होंने अपनी एक्टिंग से इसमें जान डाल दी. इस का म्यूजिक भी काफी चर्चा में रहा. इसमें सुनील जोशी की कविता 'मुश्किल है अपना मेल प्रिये' ने माहौल जमाया तो वहीं 'हम पहला मुक्का नहीं मारे' ने देसी फ्लेवर दिखाया. बोलचाल की भाषा में प्रयोग किए जाने वाली 'आपत्तिजनक बातों' जैसे 'बहुत हुआ सम्मान, तुम्हारी ऐसी तैसी' को भी इतनी खूबसूरती से दिखाया कि लोगों ने इस पॉज़िटिवली लिया. करीब 10 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 10.50 करोड़ की कमाई की.
अक्टूबर (October, 13 April 2018)
शूजित सरकार की ये फिल्म अपने नाम की वजह से चर्चा में रही. रिलीज से पहले ऐसा लगा कि अप्रैल में रिलीज होने वाली फिल्म का नाम अक्टूबर में हैं. इसमें ऐसी लव स्टोरी दिखाई गई जो दर्शकों के दिलों को छू गई. शिउली (बनिता संधू) और डेन (वरुण धवन) की लव स्टोरी ऐसी थी जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता बल्कि महसूस किया जा सकता है. हमेशा कॉमेडी और एक्शन से लोगों को इंटरटेन करने वाले वरुण धवन ने इस फिल्म में एक्टिंग के लिए काफी तारीफें बटोरीं. 33 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 54 करोड़ की कमाई की.
राज़ी (Raazi, 11 May 2018)
लेखक हरिंदर सिक्का की किताब 'कॉलिंग सहमत' पर बनी फिल्म 'राज़ी' में आलिया भट्ट मुख्य किरदार में नज़र आईं. नफरत भरे इस दौर में जब देश में हर किसी को देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटा जा रहा है ऐसे में डायरेक्टर मेघना गुलज़ार ने एक कश्मीरी-मुसलमान-लड़की को 1971 की जंग का हिरो बनाकर पर्दे पर जीवंत कर दिया. दमदार एक्टिंग से आलिया भट्ट ने सहमत के कैरेक्टर में जान भर दी. इस फिल्म में मां के किरदार में आलिया भट्ट की सच्ची कहानी पर बनी इस फिल्म ने दर्शकों का दिल भी जीता और अच्छी कमाई भी की. 37 करोड़ के बजट में बनी राज़ी ने घेरलू बॉक्स ऑफिस पर 123 करोड़ और वर्ल्डवाइड 195 करोड़ की कमाई की.
मुल्क (Mulk, 3 August 2018)
अगस्त महीने में रिलीज हुई अनुभव सिन्हा की फिल्म 'मुल्क' अपने विषय की वजह से काफी चर्चा में रही. इसमें वो दर्द दिखाने की कोशिश की गई जो भारत ही नहीं दुनियाभर के मुसलमान झेल रहे हैं. ऋषि कपूर एक मुस्लिम शख्स के किरदार में दिखे तो वहीं तापसी पन्नू वकील की भूमिका में नज़र आईं. ये फिल्म एक मुस्लिम परिवार पर लगे देशद्रोह के आरोप और फिर समाज में अपना सम्मान वापस पाने की उनकी कवायद के बारे में है. ये फिल्म कई मायनों में लोगों को दिलों पर चोट करने में कामयाब रही. एक देशभक्त मुसलमान और एक आतंकी की दाढ़ी को देखकर कैसे कोई अच्छे बुरे की पहचान करे? इस बात का फैसला कैसे हो कि कौन देशभक्त है? अपने ही मुल्क में अपनी देशभक्ति कैसे साबित की जाए? ऐसे कई सवाल फिल्म ने खड़े किए. इसे लेकर काफी दिनों तक टीवी से लेकर सोशल मीडिया तक बहस चलती रही. 20 करोड़ के बजट में बनीं इस फिल्म ने करीब 22 करोड़ की कमाई की.
स्त्री (Stree, 31 August 2018)
'ओ स्त्री कल आना' और 'अब होगा मर्द को दर्द' जैसी टैगलाइन की वजह से 'स्त्री' फिल्म ने पोस्टर रिलीज के साथ ही लोगों के बीच चर्चा बटोरनी शुरु कर दी. डायरेक्टर अमर कौशिक ने इसमें पढ़ी-लिखी और आज्ञाकारी चुड़ैल की कहानी दिखाई. श्रद्धा कपूर, पकंज त्रिपाठी, राजकुमार राव और अपारशक्ति खुराना स्टारर इस फिल्म ने दर्शकों को डराते-डराते खूब हंसाया. लोगों के मन में ये जानने की उत्सुकता काफी रही कि क्या श्रद्धा कपूर ही फिल्म चुड़ैल हैं या फिर कोई और? खास बात ये रही कि फिल्म के खत्म होने के बाद भी लोग इसी में उलझे रहे. यहां डायरेक्टर ने ऐसी बहुत सी बातें कह दी जिसकी चोट सीधे दिल पर लगी. स्त्री फिल्म के बारे में जाने विस्तार से
अंधाधुन (Andhadhun, 5 October 2018)
आयुष्मान खुराना, राधिका आप्टे और तब्बू स्टारर ये फिल्म रिलीज से पहले कुछ खास चर्चा में नहीं रही. लेकिन रिलीज होते ही इस कॉमडी क्राइम थ्रिलर ने लोगों को दिलों पर राज करना शुरु कर दिया. इसमें आयुष्मान खुराना एक नेत्रहीन पियॉनिस्ट के किरदार में दिखे, हालांकि फिल्म देखते वक्त दर्शक इसी बात सस्पेंस में रहे कि वो देख सकते हैं या नहीं. टर्न एंड ट्विस्ट से भरपूर इस फिल्म ने दर्शकों को खूब चौंकाया. करीब 2 घंटे 18 मिनट की इस फिल्म ने हर पल लोगों को कहानी के साथ बांधे रखा. 32 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने करीब 111 करोड़ की कमाई की.
बधाई हो (Badhaai Ho, 18 October 2018)
इस फिल्म ने दर्शकों को हंसाते-हंसाते बेहाल कर दिया. यहां बरेली के बैकग्राउंड में कौशिक फैमिली की बहुत ही यूनिक कहानी दिखाई. इसने दिखाया कि बढ़ती उम्र में अगर कोई बच्चे पैदा करना चाहे तो उसे अपने परिवार से लेकर पूरे समाज में किस तरह मज़ाक का पात्र बनना पड़ता है. वैसे तो ये बहुत ही गंभीर टॉपिक है लेकिन डायरेक्टर अमित शर्मा ने हर सीन में लोगों को जमकर हंसाया. ये कहानी ऐसी लिखी कि इसका हर किरदार फिल्म का हीरो लगा. चाहें दादी सुरेखा सीकरी हो या फिर पापा की भूमिका में गजराज राव. आयुष्मान खुराना, सान्या मल्होत्रा और नीना गुप्ता सहित सभी कलाकारों की दमदार एक्टिंग की बदौलत ये फिल्म खूब पसंद की गई. 22 करोड़ के कम बजट में बनी इस फिल्म ने करीब 221 करोड़ की कमाई की.