CM Bhagwant Maan: मिमिक्री-कॉमेडी और एक्टिंग से राजनीति तक का सफर, जानें पंजाब के 'मान' कैसे बने भगवंत
Bhagwant Maan: पहले उन्होंने लोगों के दिल में कॉमेडी का तड़का लगाया, फिर एक्टिंग से घर-घर में जगह बना ली. अब बतौर सीएम राजनीति में एक साल पूरा होने पर कैसा है भगवंत मान का अंदाज, आइए जानते हैं...
Bhagwant Maan Unknown Facts: भगवंत मान एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने मनोरंजन की दुनिया से राजनीति जगत तक सफलता के झंडे गाड़े हैं. उनका जन्म पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में हुआ था. पॉलिटिक्स में कदम रखने से पहले उन्होंने अपने कॉमेडी से लोगों को जमकर हंसाया. आज बतौर मुख्यमंत्री एक साल पूरा होने पर आपको उनसे जुड़ी खास बातों से रूबरू कराते हैं.
स्कूल से हुई कॉमेडी की शुरुआत
मान ने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव से ही हासिल की है. बाद में, 11वीं की पढ़ाई के लिए उन्होंने शहीद उधम सिंह स्कूल में दाखिला ले लिया. यहीं से कलाकार के तौर पर उन्होंने अपना पहला कदम बढ़ाया. शुरुआती दिनों में मान हास्य कलाकार के रूप में लोगों को अपने जोक से गुदगुदाया करते थे. कहा जाता है कि वह टीवी एंकर्स की बहुत अच्छी नकल उतारा करते थे.
इस शो ने बदली जिंदगी
उनके जिंदगी में सबसे बड़ा बदलाव लाने का श्रेय द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज शो को जाता है. इस शो ने उन्हें देशभर में मशहूर कर दिया था. साल 2006 में प्रसारित हुए इस शो में मान की कॉमिक टाइमिंग ने लोगों के दिल जीत लिए. शो को तो वह जीत नहीं पाए, लेकिन उनकी फैन फॉलोइंग में जबरदस्त इजाफा हो गया. कॉमेडी शोज के अलावा भगवंत कई फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं. राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म 'मैं मां पंजाब दी' में भी वह अभिनय कर चुके हैं.
ऐसे शुरू हुआ सियासी सफर
टीवी शोज और फिल्मों के बाद भगवंत ने राजनीति की दुनिया में कदम रखा. सियासत में उन्होंने अपनी शुरुआत मनप्रीत सिंह बादल की पंजाब पीपल्स पार्टी से की थी. साल 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने लहरा सीट से अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन वह हार गए. इसके बाद मनप्रीत ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया.
2014 में बदल ली पार्टी
भगवंत ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इसके बाद उन्होंने आप के टिकट पर संगरूर सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में वह तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ जलालाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हो सकी. साल 2019 में उन्होंने दोबारा लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बने. साल 2022 में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में चुनाव लड़ा और भगवंत को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया. इस चुनाव में आप का जादू चल गया और इस शानदार जीत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
Rannvijay Singh Birthday: सेलिब्रिटी बनने के लिए छोड़ी सेना, लंदन से दुल्हन लाया था यह रोडी