भूमि पेडनेकर ने फिल्म में अपने किरदार को लेकर कहा, "मैंने किरदार को समझने के लिए 45 दिनों के लिए खुद को दुनिया से अलग कर लिया था. अभिनय कायापलट की एक प्रक्रिया है; यह खुद को भूलकर, कोई और बनने की प्रक्रिया होती है. 'सोन चिरैया' के लिए, मुझे ऐसा करने की आवश्यकता थी. उस व्यक्ति के दिमाग और व्यवहार को समझने के लिए मुझे दुनिया से खुद को अलग करना पड़ा."
उन्होंने कहा, "मुझे उस किरदार के बारे में जानने के लिए बहुत सी चीज़ों से अनजान होना पड़ा. मेरे पास रेफरेंस के रूप में उपयोग करने के लिए बहुत कम कंटेंट था, और मुझे स्क्रिप्ट से मिले कंटेंट पर काम करना था. जब तक चंबल नहीं पहुंची थी, तब तक मैं घर पर ही रही, रिसर्च किया .'' आपको बता दें कि भूमि ने इस फिल्म के लिए भूमि ने बुंदेलखंडी भाषा भी सीखी है.
फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत, भूमि पेडनेकर, मनोज वाजपेयी, रणवीर शोरे और आशुतोष राणा मुख्य भूमिका में हैं. 'उड़ता पंजाब' और 'इश्किया' जैसी कहानी के साथ दर्शकों का मनोरंजन कर चुके निर्देशक अभिषेक चौबे अब अपनी आगामी फिल्म 'सोन चिरैया' के साथ चंबल की कहानी प्रस्तुत करने के लिए तैयार है.