Amit Sadh Birthday: बर्तन मांजे, चौकीदारी की और पढ़ाई तक छोड़ी, जानें अमित ने कैसे 'साधा' सिनेमा
Amit Sadh: उन्होंने वक्त से सरेआम टक्कर ली और अपनी किस्मत तय की. बात हो रही है अमित साध की, जिनका आज बर्थडे है. आइए जानते हैं उनकी जिंदगी के चंद किस्से...
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Amit Sadh Unknown Facts: वक्त का कुछ भरोसा नहीं होता. यह कब किस शख्स को अर्श से फर्श पर पहुंचा दे और कब दर-दर की ठोकरें खाने वाले को बुलंदियों का सफर करा दे. कुछ ऐसा ही हाल अमित साध का रहा. उन्होंने अपनी जिंदगी में इतना संघर्ष किया, जितना शायद किसी ने फिल्मी पर्दे पर भी नहीं किया होगा. हालांकि, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और उसका नतीजा है कि आज वह रुपहले पर्दे पर चमक रहे हैं. आज बर्थडे स्पेशल में हम आपको अमित साध के संघर्ष से रूबरू करा रहे हैं.
बचपन में ही रूठ गई थी किस्मत
5 जून 1983 के दिन जम्मू में जन्मे अमित ने बचपन में कभी नहीं सोचा था कि उन्हें अपनी जिंदगी में इतना संघर्ष करना पड़ेगा. उनका सपना अपने पिता की तरह आर्मी जॉइन करना था, लेकिन जब अमित लखनऊ के लामार्टिनियर कॉलेज में 11वीं के छात्र थे, उस वक्त उनके पिता रामचंद्र डोगरा का निधन हो गया. वह भारतीय सेना में कार्यरत थे और नेशनल लेवल के हॉकी प्लेयर भी रह चुके थे. पिता के देहांत के बाद अमित की किस्मत भी उनसे रूठ गई.
पिता के निधन के बाद शुरू हुआ संघर्ष
अमित ने एक इंटरव्यू में बताया था कि पिता के जाने के बाद उनकी पढ़ाई छूट गई. हालात इतने बिगड़े कि रोजी-रोटी की तलाश में दिल्ली आना पड़ा. सिर्फ जिंदा रहने के लिए उन्होंने घर छोड़ा. फुटपाथ पर सोए और बतौर सेल्समैन काम भी किया. दूसरों के घरों में बर्तन मांजे और चौकीदारी तक की. एक वक्त पर अमित अपने संघर्ष से इतने ज्यादा परेशान हो गए थे कि उसी बिल्डिंग की छत पर आत्महत्या करने के लिए पहुंच गए थे, जहां वह काम करते थे. हालांकि, एक दोस्त ने वक्त रहते उन्हें बचा लिया.
एक्टिंग की दुनिया में भी लगीं ठोकरें
कुछ करने के मकसद से अमित ने मुंबई का सफर तय कर लिया, लेकिन एक्टिंग नहीं आने के कारण उन्हें दर-दर की ठोकरें खानी पड़ीं. दरअसल, लुक्स की वजह से उन्हें कई सीरियल में काम करने का मौका मिला, लेकिन एक्टिंग नहीं आने, गुस्सैल और बेबाक स्वभाव के कारण उन्हें हर जगह से धक्के मारकर निकाल दिया गया. फिल्मी दुनिया में करीब आठ साल के संघर्ष के बाद 2012 में उनके हाथ 'काये पो चे' फिल्म लगी. यह फिल्म हिट रही, लेकिन अमित की जिंदगी में उजियारा नहीं ला सकी.
अमित ने ऐसे बदली अपनी किस्मत
काफी साल तक संघर्ष के बाद अमित ने खुद में कई सुधार किए. उन्होंने एक्टिंग के स्किल्स सीखे. साथ ही, अपने व्यवहार में भी बदलाव लाए. इसके बाद वह सुल्तान, गोल्ड और सुपर 30 आदि फिल्मों में नजर आए. वहीं, अमेजन प्राइम की वेब सीरीज ब्रीथ और ब्रीथ 2 ने उनके करियर को रफ्तार दे दी. दरअसल, अमित ने अपनी नीतियों में बदलाव करके सफलता की बुलंदियां हासिल कीं, जिसकी वजह से वह आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं.
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