Sudesh Bhosle Unknown Facts: सुरों के संगम से वह लोगों के दिल में जगह बनाना जानते हैं तो दिग्गज सेलेब्स की मिमिक्री करना उनका शगल है. आज हम रूबरू हो रहे हैं एक ऐसी शख्सियत से, जिनका घर 'आवाज' के दम पर ही चलता है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के प्लेबैक सिंगर और मिमिक्री आर्टिस्ट सुदेश भोसले की, जो किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. सुदेश तो टैलेंट का वह खजाना हैं, जिन्होंने न सिर्फ तमाम गानों को सुरों में पिरोया, बल्कि अमिताभ से लेकर अनिल कपूर जैसे तमाम दिग्गजों को भी आवाज दी. बर्थडे स्पेशल में सुदेश की काबिलियत और दिक्कत दोनों से रूबरू होते हैं.
बिग बी के कई गानों को दी आवाज
1 जुलाई 1960 के दिन महाराष्ट्र में जन्मे सुदेश भोसले अपने गानों और मिमिक्री के लिए मशहूर हैं. वह बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की मिमिक्री काफी अच्छी करते हैं. यहां तक कि उन्होंने बिग बी के लिए कई गाने भी गाए हैं. फिल्म हम का गाना 'जुम्मा चुम्मा दे दे' भी सुदेश ने ही अपनी आवाज से सजाया था. यह गाना सुपरहिट रहा था और आज भी लोगों की जुबां पर रहता है, लेकिन इसी गाने की वजह से सुदेश डिप्रेशन में चले गए थे.
जब डिप्रेशन में चले गए सुदेश
हुआ यूं था कि जुम्मा चुम्मा गाना हिट होने के बाद सुदेश के पास सिर्फ अमिताभ बच्चन की आवाज में ही काम करने के ऑफर्स आने लगे. वह तो कई सेलेब्स की आवाज की नकल कर लेते थे, लेकिन सुदेश से बाकी किसी और स्टार पर काम कराने में किसी को भी दिलचस्पी नहीं थी. यही वजह रही कि सुदेश ने कई बार रिजेक्शन का सामना किया. इसके चलते वह डिप्रेशन में भी चले गए. हालत यह हो गई थी कि वह मिमिक्री करने की अपनी ही काबिलियत से नफरत करने लगे थे. हालांकि, कुछ समय बाद वह इस मुश्किल से उबर गए. बता दें कि 'बागबान' फिल्म का गाना 'मेरी मखना मेरी सोनिए' भी सुदेश ने ही गाया था.
इन कलाकारों की भी करते थे मिमिक्री
सुदेश को अमिताभ के अलावा अशोक कुमार, विनोद खन्ना, संजय दत्त, संजीव कुमार, अनिल कपूर और मिथुन चक्रवर्ती की भी मिमिक्री की. संजीव कुमार के निधन के बाद उनकी फिल्म प्रोफेसर की पड़ोस के लिए डबिंग सुदेश ने ही पूरी की थी. गानों की बात करें तो उन्हें पहला ब्रेक 1988 में फिल्म 'जलजला' से बतौर प्लेबैक सिंगर मिला था.