Pankaj Udhas Birthday: जब 'पड़ोसन' पर दिल हार बैठे पंकज उधास, धर्म की दीवार लांघ मुकम्मल किया था इश्क
Pankaj Udhas: उनकी आवाज का जादू आज भी लोगों के दिलों में आग लगाने में माहिर है, लेकिन वह खुद दिल के हाथों मजबूर हो चुके हैं. बात हो रही है पंकज उधास की, जो आज अपना बर्थडे मना रहे हैं.
Pankaj Udhas Unknown Facts: दिल की बातें आहिस्ता-आहिस्ता करने में उनका कोई सानी नहीं है तो महबूब का रंग चांदी जैसा बताने में भी उनका कोई जवाब नहीं. यकीनन यह कोई और नहीं, बल्कि गजल सम्राट पंकज उधास हैं, जिनका जन्म 17 मई 1951 के दिन गुजरात के जेतपुर में हुआ था. पंकज की गजलें जितनी दिलकश हैं, उनकी लव स्टोरी उससे ज्यादा हसीन है. दरअसल, पंकज अपनी पड़ोसन के हाथों दिल हार गए थे और अपने इश्क को मुकम्मल करने के लिए धर्म की दीवार भी लांघ दी थी.
पहली नजर में ही दिल हार गए थे पंकज
यह उस दौर की बात है, जब पंकज ग्रैजुएशन कर रहे थे. उस दौरान उनकी नजरें अपने पड़ोस में रहने वाली एयर होस्टेस फरीदा से लड़ गईं और पहली ही नजर में वह अपना दिल हार गए थे. दरअसल, एक पड़ोसी ने ही पंकज और फरीदा की मुलाकात कराई थी. मुलाकातों का यह सिलसिला धीरे-धीरे बढ़ने लगा और दोनों एक-दूजे के करीब आते चले गए.
ऐसा था परिवार का रिएक्शन
एक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खाने के बाद पंकज और फरीदा ने अपने घरवालों को अपनी मोहब्बत की जानकारी दी. पंकज की फैमिली तो इस रिश्ते के लिए तुरंत तैयार हो गई, लेकिन फरीदा के घरवाले कतई राजी नहीं थे. दरअसल, फरीदा पारसी समुदाय से ताल्लुक रखते थे और वह अपनी कम्युनिटी से बाहर शादी करने के लिए तैयार नहीं थे. फरीदा के पिता रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर थे, जब उन्हें मनाया गया तो वह पंकज से मुलाकात के लिए तैयार हो गए. उन्होंने पंकज से कहा कि अगर आपको ऐसा लगता है कि आप एक साथ खुश रहेंगे तो आगे बढ़ें और शादी करें.
ऐसा रहा पंकज का करियर
बता दें कि पंकज तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं. उनके दोनों भाई मनहर उधास और निर्मल उधास संगीत की दुनिया से ताल्लुक रखते थे, जिसके चलते पंकज का रुझान भी संगीत की ओर हो गया. उन्होंने गजल गायिकी की दुनिया में कदम रखा और 1980 में अपना पहला एल्बम 'आहट' लॉन्च किया. पहला एल्बम लॉन्च होने के बाद उन्हें बॉलीवुड से सिंगिंग के ऑफर मिलने लगे और वह धीरे-धीरे घर-घर में छा गए.