बिहार में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता के के सिंह द्वारा सुशांत आत्महत्या मामले में पटना के एक थाने में मामला दर्ज कराए जाने के बाद इस मामले को लेकर बिहार में सत्ता और विपक्ष एक साथ खड़ी नजर आ रही है. दोनों पक्षों ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है.
भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत एक 'ब्रिलियंट', 'टैलेंटेड' और 'इंटेलेक्चुअल' अभिनेता थे. सुशांत की संदेहास्पद मृत्यु ने दुनिया भर में लोगों को मर्माहत किया है.
उन्होंने कहा, 'सुशांत के परिवार द्वारा दर्ज मामले का समर्थन है, हमसब परिवार के साथ हैं. जीवन के सभी क्षेत्रों के महत्वपूर्ण लोगों ने इसमें सीबीआई जांच की मांग की है."
उन्होंने आगे कहा, "सुशांत मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, जिससे बिहार के बेटे को न्याय मिले. बलीवुड का माफिया, हवाला, एंटी नेशनल क्रिमिनल गठजोड़ सबके सामने आए."
इधर, कांग्रेस ने भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग दोहराई है. बिहार प्रदेश युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि सुशांत के पिता द्वारा पटना के राजीव नगर में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर कहा जा सकता है कि सुशांत की मौत में कई 'राज' छिपे हैं. इन सवालों के जवाब उनके प्रशंसकों को मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए, जिससे इस मामले की हकीकत सबों के सामने आ सके. ललन पूर्व में भी राज्यपाल को एक पत्र देकर सीबीआई जांच की गुहार लगा चुके हैं.
उल्लेखनीय है कि इस मामले को लेकर मंगलवार को लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे से फोन पर बात की थी. चिराग ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में बिहार पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस गंभीरता से पड़ताल कर रही है, मगर आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए सीबीआई को जांच सौंपना बेहतर है.
उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड के उभरते अभिनेता सुशांत ने अपने मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट पर 14 जून को कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. सुशांत के पिता ने 25 जून को पटना में सुशांत की दोस्त रिया और उनके परिजनों के खिलाफ भादवि की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया है.