मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने लोगों से अपील की है कि वो अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में अपना योगदान दें. उन्होंने एक वीडियो जारी कर एक कहानी सुनाई और कहा कि मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है. अब योगदान की बारी हमारी है. मैंने शुरुआत कर दी है, उम्मीद है आप भी साथ जुड़ेंगे.


अक्षय ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, "बहुत खुशी की बात है कि अयोध्या में हमारे श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है. अब योगदान की बारी हमारी है. मैंने शुरुआत कर दी है, उम्मीद है आप भी साथ जुड़ेंगे. जय सियाराम."





अक्षय कुमार ट्विटर पर जो वीडियो शेयर किया है, उसमें वो कहते हैं, "कल रात मैं अपनी बेटी को एक कहानी सुना रहा था. आप सुनेंगे? एक तरफ वानरों की सेना थी और दूसरी तरफ थी लंका और दोनों के बीच में महासागर. वानर सेना बड़े बड़े पत्थर को उठाकर समंदर में डाल रही थी. रामसेतु का निर्माण कर सीता मय्या को वापस जो लाना था. प्रभु श्री राम किनारे पर खड़े सब कुछ देख रहे थे. तभी उनकी नज़र पड़ी एक गिलहरी पर."


अक्षय ने आगे कहा, "गिलहरी पानी में जाती फिर किनारे पर आती, रेत में लोट जाती थी, फिर रामसेतु के पत्थरों की ओर भागती. फिर से पानी में जाती, फिर रेत पर, फिर पत्थरों पर. राम जी को अश्यचर्य हुआ कि ये हो क्या रहा है. वो गिलहरी के पास गए और उससे पूछा कि तुम कर क्या रही हो. गिलहरी ने जवाब दिया. मैं अपने शरीर को गीला करती हूं. उस पर रेत लपेटती हूं और पत्थरों के बीच में जो दरारें हैं उसे भर रही हूं. रामसेतु के निर्माण में मैं भी अपना छोटा सा योगदान दे रही हूं."


अक्षय कुमार ने कहा कि आज बारी हमारी है. अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है. हम में से कुछ वानर और कुछ गिलहरियां बने. और अपनी अपनी क्षमता के अनुसार योगदान देकर ऐतिहासिक भव्य राम मंदिर बनाने में साझेदार बनें. उन्होंने कहा कि मैं खुद करता हूं शुरुआत. मुझे विश्वास है कि आप भी मेरे साथ जुड़ेंगे, ताकी आने वाली पीढ़ियों को इस भव्य मंदिर से मर्यादा पुर्षोत्तम राम के जीवन और संदेश पर चलने की प्रेरणा मिलती रहे.


39 महीने में तैयार हो जाएगा राम मंदिर
राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आज बताया, "देश के पांच बड़े इंजीनियरिंग संस्थान, भवन निर्माण और भू-गर्भ के अध्ययन से जुड़ी संस्थाओं के वैज्ञानिकों ने मंदिर की नींव और धरती के नीचे का अध्ययन किया है। नींव के लिए कार्य प्रारंभ हो गया है। 39 महीने में मंदिर बन जाएगा."


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