नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर नाना पाटेकर का शुरुआती जीवन बड़ा संघर्षों में बीता है. जब वे छोटे थे तो उन्हें स्कूल जाने के बाद मुंबई के चूनाभट्टी में काम करने के लिए जाना पड़ता था जो उनके स्कूल से 8 किमी दूर था. परिवार में 7 भाई बहन थे जिनमें से 5 की मौत हो गई. शादी हुई तो दो साल बाद ही उनके बेटे का निधन हो गया.
थियेटर से की अभिनय की शुरूआत
नाना पाटेकर फिल्मों में आने से पहले थियेटर में काम किया करते थे जिन्हें प्रति शो के हिसाब से 50 रुपये मिला करते थे. एक बार उनके एक नाटक को देखने मशहूर अभिनेत्री स्मिता पाटिल आईं. स्मिता पाटिल नाना की एक्टिंग से बेहद प्रभावित हुईं और उनसे बॉलीवुड में एक्टिंग करने के लिए कहा जिसके बाद नाना फिल्मों में आ गए. बाद में दोनों ने गमन फिल्म में साथ साथ काम भी किया.
विवादों से है नाता
नाना पाटेकर की चर्चा जितनी एक्टिंग को लेकर होती है उतनी ही चर्चा उनके विवादों की भी रहती है. नाना के बारे में कहा जाता है कि जिस डायरेक्टर के साथ वे काम करते हैं उसके साथ नाना का एक बार झगड़ा जरूर होता है. इसीलिए नाना जब फिल्म साइन के बाद एग्रीमेंट करते हैं तो उसमें कम से कम एक बार झगड़ा करने की शर्त भी मेंशन कराते हैं.
गांव में रहना है पसंद
नाना का मिजाज देसी स्टाइल का है जो उनकी फिल्मों में भी नजर आता है. उन्हें मुंबई की आबोहवा कम ही रास आती है. उन्हें अपने गांव पुणे या फिर गोवा में रहना अधिक पसंद है. गोवा के लोगों के बीच नाना की खूब चर्चा रहती है. लोग उनकी स्टाइल को बेहद पसंद करते हैं.
रेप सीन पर ताली बजाने पर छोड़ दिया था शो
नाना बेहद सिद्धांतवादी हैं उन्हें वहीं बात पसंद है जो सही और जायज हो. झूठ और दिखावा उन्हें पसंद नहीं है. एक बार उनके एक शो में एक दर्शक ने रेप के सीन पर तालियां बजा दी, इससे नाना नाराज हो गए और शो को छोड़ दिया. नाना का कहना था कि रेप एक सामाजिक बुराई है इस पर ताली बजाना ठीक नहीं है.
इंडियन आर्मी के साथ ली ट्रेनिंग
प्रहार फिल्म के दौरान नाना ने आर्मी की ट्रेनिंग ली. इसके लिए वे तीन महीने तक इंडियन आर्मी के बीच रहे. इस फिल्म में उनके अभिनय की खूब सराहना भी हुई थी. आर्मी ने उन्हें ऑफिसर की रैंक भी प्रदान की थी.
दोस्त की मदद के लिए गिरवी रख दिया घर
दोस्ती के मामले में नाना का दिल बहुत बड़ा है. अपने दोस्त निर्देशक एन चंद्रा की मदद के लिए उन्होंने अपना घर तक गिरवी रख दिया. बाद में हालात ठीक होने के बाद एन चंद्रा ने उन्हें दी हुई रकम वापस की और उपहार में एक स्कूटर भी दिया.