फिल्मों में आने के लिए सिमी ग्रेवाल ने की थी भूख हड़ताल, हमेशा सफेद कपड़े पहनने की ये है वजह
73 साल की हो चुकीं सिमी ग्रेवाल गुजरे ज़माने की बेहतरीन अभिनेत्रियों में शुमार की जाती हैं. बचपन से सिमी को फिल्मों से काफी लगाव था. इंग्लैंड में पली-बढ़ी सिमी ने जब फिल्मों में जगह बनाने की ठानी तो उन्हें परिवार का विरोध भी झेलना पड़ा था.
वेटरन एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल 17 अक्टूबर को 73 साल की हो गई हैं. सिमी 'दो बदन', साथी, 'मेरा नाम जोकर', 'सिद्धार्थ', 'कर्ज' जैसी बॉलीवुड फिल्मों के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने 1962 में फिरोज खान के साथ फिल्म 'टार्जन गोज़ टू इंडिया' में डेब्यू किया था जिसमें उन्होंने प्रिंसेस कमारा का किरदार निभाया था. सिमी का सेलिब्रिटी चैट शो 'रैंदवू विद सिमी ग्रेवाल' भी खासा पॉपुलर रहा है. सिमी की लाइफ की बात करें तो उनका जन्म लुधियाना, पंजाब में हुआ था. उनके पिता जे.एस ग्रेवाल ब्रिगेडियर थे. सिमी यश चोपड़ा की पत्नी पामेला चोपड़ा की कजिन हैं.
सिमी की परवरिश इंग्लैंड में हुई है. बचपन से ही उन्हें फिल्मों का बहुत शौक था. वह बचपन में शूटिंग सेट्स देखने जाया करती थीं. जब उन्होंने बड़े होकर पेरेंट्स से कहा कि वह एक्ट्रेस बनना चाहती हैं तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया. पेरेंट्स को मनाने के लिए सिमी भूख हड़ताल पर बैठ गई थीं. उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया था जिसके नतीजतन माता-पिता ने उनकी बात मान ली और इस तरह उनके फिल्मों में आने का रास्ता साफ हो गया.
सिमी की पर्सनल लाइफ उतार-चढ़ाव से भरी रही. जब वह 17 साल की थीं तो उनका पहला सीरियस रिलेशनशिप जामनगर के महाराजा से रहा जो कि उनके पड़ोसी थे. इसके बाद उन्होंने मंसूर अली खान पटौदी को डेट किया. तब मंसूर की ज़िंदगी में शर्मिला टैगोर नहीं आई थीं. सिमी की शादी पुरानी दिल्ली के चुन्नामल परिवार के रवि मोहन से हुई थी लेकिन जल्द ही दोनों का तलाक हो गया.
सिमी अपने पहनावे के चलते भी हमेशा सुर्खियों में रही हैं. वह हमेशा सफेद कपड़े पहने ही नजर आती हैं जिसकी वजह उनसे अक्सर पूछी जाती है. एक इंटरव्यू में सिमी ने इसकी वजह बताते हुए कहा था, ''मुझे सफेद रंग बेहद पसंद है. जब मैं छोटी थी तब भी मेरे पास सारी पार्टी ड्रेसेस सफेद ही हुआ करती थीं.मुझे सफेद कपड़ों में बेहद खुशनुमा महसूस होता है. अगर किसी दूसरे रंग के डिज़ाइन मुझे प्रभावित करते हैं तो मैं उन्हें खरीद लेती हूं लेकिन फिर वह मेरी वार्डरोब में बिना पहने ही रखे रह जाते हैं.''