मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने हैशटैग मी टू आंदोलन के तहत बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर के खिलाफ तथाकथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था जिसमें मुंबई पुलिस की ओर से नाना को क्लीन चिट दे दी गई थी. इस क्लोजर रिपोर्ट के दायर होने के बाद अभिनेत्री तनुश्री दत्ता नाना को क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ याचिका दायर करने का मन बनाया था.
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने मंगलवार मुंबई के पुलिस आयुक्त से अनुरोध किया कि वह उनसे कथित छेड़छाड़ के मामले में अभिनेता नाना पाटेकर के खिलाफ नए सिरे से जांच का आदेश दें. तनुश्री ने मांग की कि पुलिस की तरफ से दी गई उस क्लोजर रिपोर्ट को खारिज किया जाए, जिसमें उसने नाना पाटेकर के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं होने की बात कही है और कहा कि मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी जानी चाहिए.
मामले की जांच करने वाली उपनगरीय ओशीवाड़ा पुलिस ने इस साल जून में अंधेरी मेट्रोपॉलिटन मिजिस्ट्रेट की अदालत में ‘बी-समरी’ रिपोर्ट दायर की थी. बी-समरी रिपोर्ट को क्लोजर रिपोर्ट भी कहा जाता है और यह तब दायर की जाती है जब पुलिस को आरोपी के खिलाफ आरोप-पत्र दायर करने के लिये कोई साक्ष्य नहीं मिलता.
तनुश्री के वकील नितिन सतपुते ने पुलिस आयुक्त संजय बर्वे को मंगलवार को एक ई-मेल भेजकर मामले में अपराध शाखा से नए सिरे से जांच कराने की मांग की है. दत्त ने अक्टूबर 2018 में पाटेकर के खिलाफ शिकायत की थी.