श्रीराम लक्ष्मण के बिना अधूरे हैं और बात जब जोड़ियों की आती ना तो राम लक्ष्मण से बड़ी जोड़ी शायद कोई है ही नहीं. रामायण में सुनील लहरी ने लक्ष्मण का किरदार निभाया था लेकिन आप जानते हैं कि उन्हें पहले लक्ष्मण के रोल के लिए सेलेक्ट ही नहीं किया गया था. बल्कि उन्हें शत्रुघ्न का रोल मिला था.उनका सेलेक्शन हो गया था कि वो शत्रुघन का रोल ही प्ले करेंगे.लक्ष्मण के रोल के लिए शशि पुरी नाम के एक्टर को फाइनल कर दिया गया था लेकिन शशि पुरी डेट्स की दिक्कत की वजह से लक्ष्मण का किरदार नहीं कर पाए और इस तरह सुनील लहरी बन गए रामायण के लक्ष्मण.
शूटिंग के बीच में आने लगे खर्राटे
जब लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काटी तो ये बड़ा intense सीन था.ये बहुत अहम सीन था. रामायण के सबसे अहम सीन्स में से एक लेकिन इस सीन की शूटिंग के दौरान पता है क्या हुआ. सीन की शूटिंग चल रही थी.सेट पर एक दम शांति थी. हर कोई चाहता था कि सीन बिल्कुल परफेक्शन से शूट हो. कलाकारों ने बहुत अच्छे से रिहर्सल की थी. सीन की शूटिंग हो ही रही थी कि खर्ऱाटों की आवाज आने लगी. इतने अहम सीन की शूटिंग हो रही है और खर्ऱाटों की आवाज आ गई. हर कोई हंस पड़ा. हर कोई हैरान हो गया कि भई ये क्या हुआ फिर जाकर पता चला कि सेट पर कोई बहुत थक गया था इसलिए सो रहा है. रामायण की शूटिंग 24-24 घंटे चलती थी तो वहीं सेट पर ही कलाकार सो जाया करते थे.
सोते हुए सुनाई देती थी ऐसी आवाजें
आपको पता है कि हमारे जो लक्ष्मण हैं वो रामायण की शूटिंग के दौरान जब सोया करते थे तो उन्हें कौन कौनसी आवाजें सुनाई देती थी. उन्हें सुनाई देता था. चार राक्षस भेजो. चार बंदर भेजो. अब सोचेंगे कि ये कैसे संभव है वो इसलिए कि सारे कलाकार सेट पर ही सोते थे. वहीं 24-24 घंटे काम करते थे. अब जब वो सो रहे होते थे शूटिंग तब भी चल रही होती थी. दूसरे कलाकार शूटिंग कर रहे होते थे. इसलिए शूटिंग की तैयारियों के बीच जो कास्टिंग डायरेक्टर हैं वो बोला करते थे कि भई चार राक्षस भेजो..चार बंदर भेजो.और यही सब इन्हें नींद में सुनाई देता था.
स्मिता पाटेल के साथ किया था डेब्यू
सुनील लहरी मध्य प्रदेश के दामोह से हैं. भोपाल से उन्होंने स्कूलिंग की और उसके बाद मुंबई आ गए. विल्सन कॉलेज से ग्रैजुएशन की. उसके बाद मन में था कि एक्टिंग ही करनी है तो फिल्मों में शुरआत की. 'नक्सलवादी' उनकी पहली फिल्म थी, इसमें वो स्मिता पाटिल के साथ नजर आए थे. उसके बाद सीरियल भी मिले. विक्रम बेताल में उन्होंने काम करना शुरू किया जो रामानंद सागर का ही सीरियल था. उसके बाद उन्हें लक्ष्मण का किरदार मिला रामायण में और लक्ष्मण के किरदार से तो जैसे वो पूरी दुनिया के लिए लक्ष्मण ही बन गए.
शूटिंग करते समय शरीर पर हो जाते थे घाव
सुनील लहरी ने एक बार अपने एक इंटरव्यू में रामायण की शूटिंग से जुड़ा एक किस्सा बताया था. जब केवट श्रीराम..माता सीता और लक्ष्मण को गंगा पार करवाते हैं. उस समय वहां बहुत गर्मी थी. बार बार रीटेक हो रहे थे. गर्मी की वजह से जो कलाकार हैं उनके शरीर पर फोड़े हो गए और सुनील लहरी का कहना है कि इसी स्थिति में वो लोग शूटिंग किया करते थे और अपने जो घाव हैं उन्हें मेकअप से छिपाया करते थे.
सुनील लहरी ने रामायण की शूटिंग के दौरान का एक किस्सा ये भी बताया था कि उस वक्त गर्मी बहुत थी तो एक एक कलाकार 50-50 गिलास पानी पी जाता था और आसपास कोई टॉयलेट भी नहीं था.इतना पानी पीने के बावजूद भी वो लोग वॉशरूम नहीं जा पाते थे.उसी हालात में वो लोग शूटिंग किया करते थे तो सोचिए किस मुश्किल हालात में रामायण की शूटिंग हुई थी.