South Cinema vs Hindi Cinema: हिंदी सिनेमा में आज तक अलग-अलग टॉपिक्स पर ढेरों फिल्में बनीं हैं. जिसमें से एक जॉम्बीज पर भी आधारित रही लेकिन वो हिंदी सिनेमा की इलकौती जॉम्बीज पर आधारित फिल्म जिसका नाम 'गो गोवा गॉन' है. साल 2013 में 'गो गोवा गॉन' जब रिलीज हुई तो हिंदी सनेमा के दर्शकों के लिए नया अनुभव था और इसके बाद फैंस को उम्मीद हो गई कि अब यहां भी इस पर आधारित फिल्में बनती रहेंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
वहीं साउथ सिनेमा ने एक के बाद एक कई फिल्में जॉम्बीज पर आधारित बनाईं. ऐसा क्यों हुआ कि हिंदी सिनेमा ने दर्शकों की उम्मीदों को 'गो गोवा गॉन' के बाद खत्म कर दिया. लेकिन साउथ सिनेमा ने दर्शकों का टेस्ट समझा और इस टॉपिक पर कई फिल्में बनाईं.
जॉम्बीज पर आधारित साउथ इंडियन फिल्में
अगर आप साउथ की फिल्मों को पसंद करते हैं तो यहां आपके लिए एक लिस्ट लाए हैं जिसमें साउथ सिनेमा की उन फिल्मों के बारे में बताएंगे जो जॉम्बीज पर बनी हैं. इन फिल्मों को देखकर आप शुरू से अंत तक फिल्म से बंधे रहेंगे.
जॉम्बी
साल 2019 में भूवन नुल्लन आर के निर्देशन में बनी फिल्म जॉम्बी एक तमिल फिल्म है. इसे हिंदी में भी डब किया गया था. इस फिल्म में दिखाया गया है कि तीन दोस्त अपनी रोज की जिदंगी से परेशान होकर घूमने जाते हैं. जहां वो पहुंचते हैं वहां जॉम्बीज उनके ऊपर अटैक कर देते हैं. इस फिल्म को आप Sun NXT ओटीटी पर देख सकते हैं.
जी-जॉम्बी
साल 2021 में आई फिल्म आर्यन गोवरा की फिल्म जी-जॉम्बी को आप यूट्यूब पर देख सकते हैं. ये फिल्म तेलुगू भाषा की है जिसे हिंदी में भी डब किया गया है. इस फिल्म में एक युवा डॉक्टर और उसकी टीम की कहानी दिखाई गई है. डॉक्टर एक भयानक वायरस से लड़ने की वैक्सीन तैयार करता है लेकिन जो तैयार हो जाता है उसे यूज करने वाला जॉम्बी बन जाता है.
जॉम्बी रेड्डी
साल 2011 में आई प्रशांत वर्मा के निर्देशन में बनी फिल्म जॉम्बी रेड्डी एक तेलुगू फिल्म है जिसमें तेजा सज्जा लीड रोल में नजर आए हैं. इस फिल्म को आप जी5 पर देख सकते हैं. इस फिल्म में मालियो नाम का लड़का गेम डेवलपर होता है और ये अपने दोस्ती की शादी में दूसरी जगह जाता है. यहां वो अपनी गेम की दुनिया में खोया रहता है लेकिन गेम के लोग उसे रियल लाइफ में मिल जाते हैं और फिर कहानी में ट्विस्ट आता है.
मिरुथन
साल 2016 में आई शक्ति सौंदर राजन की फिल्म मिरुथन को आप एमएक्स प्लेयर पर फ्री में देख सकते हैं. ये फिल्म जॉम्बीज पर आधारित है और इसमें जयन रवि लीड रोल में नजर आए हैं. ये एक तेलुगू फिल्म है जिसे हिंदी में 'डेयरिंग रखवाला' नाम से डब किया गया है.
इस फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है कि एक खतरनाक वायरस फैलता है और सभी जॉम्बी बन जाते हैं. समय से पहले इस वायरस को खत्म करने वाला आता है और फिर क्या होता है ये आपको फिल्म में देखने को मिलेगा.
साउथ सिनेमा कैसे दी हिंदी सिनेमा को टक्कर?
जब भारतीय सिनेमा की शुरुआत साल 1913 में दादासाहेब फाल्के ने किया था तब से लेकर अब तक भारतीय सिनेमा में करीब 100 साल का फर्क देखने को मिलता है. सबसे पहले हिंदी सिनेमा की शुरुआत हुई, उसके बाद साउथ सिनेमा बना और फिर धीरे-धीर हर भाषा में फिल्में बनने लगीं. हिंदी सिनेमा ने लगभग हर टॉपिक्स पर फिल्में बनाईं लेकिन कहीं ना कहीं खरगोश और कछुए की कहानी यहां फिट हुई.
दरअसल, हिंदी सिनेमा यानी बॉलीवुड आज भी दुनिया की बड़ी फिल्म इंडस्ट्रीज में एक है लेकिन हिंदी दर्शकों का झुकाव पिछले कुछ सालों में साउथ की तरफ हो गया है. 'बाहुबली' जब से आई उसके बाद 'केजीएफ', 'पुष्पा', 'आरआरआर' जैसी फिल्मों ने हिंदी दर्शकों को अपनी ओर खींच लिया है.
वहीं अगर बात जॉम्बीज पर आधारित फिल्मों की करें तो साल 2013 में बॉलीवुड में एक फिल्म जॉम्बीज पर बनी जो कुछ खास कलेक्शन तो नहीं कर पाई, लेकिन फिल्म को पसंद करने वाले आज भी इसकी बात करते हैं. इसके बाद ऐसी फिल्में नहीं बनीं. वहीं साउथ में कई फिल्में और वेबसीरीज बन चुकी है. अभी भी लोगों को बॉलीवुड फिल्मों से ज्यादा साउथ की फिल्मों की पिछली सीरीज के सिक्वल या नई फिल्मों का इंतजार रहता है. इसका साफ मतलब है कि साउथ वाले फिल्मों में वो दिखा रहे हैं जो दर्शकों की कल्पना से काफी परे होता है.
कैसी है 'गो गोवा गॉन'?
साल 2013 में राज निधिमोरूऔर कृष्णा डीके ने फिल्म गो गोवा गॉन बनाई. इसमें तीन दोस्त (कुणाल खेमू, आनंद तिवारी, वीर दास )होते हैं जो छुट्टी मनाने गोवा जाते हैं लेकिन एक आइलैंड में पहुंच जाते हैं.
यहां उनकी मुलाकात सैफ अली खान से होती है जो जॉम्बीज को खत्म करने का ठेका उठाते हैं. उस आइलैंड पर एक गलत दवा के इंजेक्ट होने से लोग जॉम्बीज बन जाते हैं. फिल्म कॉमेडी, थ्रिलर और डरावनी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 करोड़ में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 40 करोड़ के आस-पास का कलेक्शन किया था. इस फिल्म को आप जी5 और यूट्यूब पर फ्री में देख सकते हैं.