नई दिल्ली : संजय दत्त को उनके कौन से अच्छे बर्ताव के लिए जेल से सहूलियत दी गई? यह सवाल पुछते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने जेल प्रशासन की भुमिका पर सवाल उठाया है. इस मामले में राज्य सरकार को 3 हफ्ते के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया गया है.


सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप भालेकर ने इस मामले में हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. याचिकाकर्ता का आरोप है की सजा के दौरान ज्यादातर संजय दत्त पैरोल पर जेल से बाहर रहे. ऐसे मे उनका बर्ताव किस तरह अच्छे कैदियों की श्रेणी मे गिना गया?


बता दें कि संजय दत्त को अवैध हथियार रखने के जुर्म मे 5 साल की सजा हुई थी. जिसमें से 18 महीने की सजा वह पहले ही काट चुके थे. बाकी बची सजा उन्होंने हाल ही मे पुरी की है. लेकिन सजा के दौरान लगभग 118 दिन संजय दत्त परोल और फर्लो पर जेल से बाहर रहे.


वहीं संजय दत्त को 8 महीने पहले ही जेल से रिहा कर दिया गया था. 5 साल की सजा पाए दत्त 4 साल 3 महीने और 14 दिन ही जेल में काटकर रिहा हो गए थे.


गौरतलब है कि 1993 मुंबई धमाके में संजय को गैर-कानूनी हथियार रखने का दोषी पाया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 5 साल की सजा सुनाई थी जिसमें डेढ़ साल की जेल संजय नब्बे के दशक में ही काट चुके थे. 2013 में पुणे की येरवडा जेल से संजय 90 दिन और बाद में 30 दिन की परोल पर भी रिहा हुए थे.


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संजय दत्त की जीवनी पर मशहूर डायरेक्टर राजकुमार हिरानी फिल्म बना रहे हैं. दिग्गज अभिनेता रणबीर कपूर फिल्म में संजय दत्त की भूमिका निभा रहे हैं.