पद्मावती को ले कर जारी विवाद के बीच अब सेंसर बोर्ड ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए एक नया कदम उठाया है. दरअसल सेंसर बोर्ड ने फिल्म निर्माताओं को यह कहते हुए वापस कर दिया है कि निर्माताओं ने सेंसर बोर्ड के लिए दिये आवेदन में यह साफ नहीं किया था कि ये फिल्म कल्पना या तथ्य पर आधारित है.
सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने शनिवार को अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि फिल्म को सेंसर बोर्ड से पास करवाने से पहले ही मीडिया में रिलीज कर दिया गया था. जोशी ने कहा कि फिल्म निर्माताओं ने सेंसर बोर्ड के लिए दिये आवेदन में यह साफ नहीं किया था कि ये फिल्म कल्पना या तथ्य पर आधारित है इस लिए यह फिल्म निर्माताओं को वापस भेज दी गई है. जोशी ने बताया कि फिल्म ‘पद्मावती’ कल्पना या तथ्य पर आधारित है यही विरोध कि मुख्य वजह है.
जोशी ने यह भी कहा कि फिल्म निर्माताओं कि यह आदत बनती जा रही है कि वे फिल्म को सेंसर बोर्ड से पास करवाए बिना मीडिया में रिलीज कर देते हैं और फिर इसे ले कर नेशनल चैनल पर तरह तरह की बहस और विवाद का सामने आता है.
क्या है पूरा विवाद?
फिल्म ‘पद्मावती’का राजस्थान में कड़ा विरोध हो रहा है. राजस्थान की करणी सेना ने फिल्म का विरोध करते हुए कहा है कि वे फिल्म को देश भर में रिलीज नहीं होने देंगे. करणी सेना ने फिल्म के अभिनेता रनवीर सिंह और अभिनेत्री दीपिका पादुकोन को जान से मारने तक कि धमकी दी है.
दरअसल, करणी सेना का आरोप है कि मेवाड़ की रानी ‘पद्मावती’ और रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच प्रेम संबंध दिखाए गए हैं.
इस वजह से सेंसर बोर्ड ने लौटाई भंसाली की 'पद्मावती'
एबीपी न्यूज, वेब डेस्क
Updated at:
19 Nov 2017 12:57 PM (IST)
भंसाली की 'पद्मावती' सेंसर बोर्ड ने यह कहते हुए वापस कर दिया है कि निर्माताओं ने सेंसर बोर्ड के लिए दिये आवेदन में यह साफ नहीं किया था कि ये फिल्म कल्पना या तथ्य पर आधारित है.
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