नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' की रिलीज के बाद भी विरोध और समर्थन का सिलसिला अभी थमा नहीं हैं. फिल्म की रिलीज के बाद भी सभी इसे लेकर अपने विचार साझा कर रहे हैं. इसी कड़ी में मशहूर लेखक चेतन भगत का कहना है कि 'पद्मावत' फिल्म के विरोध की जरूरत नहीं है. राजपूतों का इतिहास बहुत पुराना है और एक फिल्म की वजह से वो ऊंचा नीचा नहीं हो जाएगा.


जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेने आए चेतन भगत ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री विदेश के दौरे पर हो तब अगर देश में तोड़फोड़ और बच्चों की बस पर पथराव की घटना हो तो ये ठीक नहीं. जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी शामिल नहीं हुए थे. प्रसून जोशी के लिट्रेचर फेस्टिवल में नहीं आने के फैसले को सही बताते हुए चेतन ने कहा कि वो भी प्रसून जोशी की जगह होते तो यही फैसला करते.

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इसके साथ ही इस बारे में बात करते हुए चेतन भगत ने ये भी कहा कि देश की मीडिया को ऐसे लोगों पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए. फिल्म 'पद्मावत' की बात करें तो ये फिल्म 25 जनवरी को देश भर में रिलीज हो गई है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी फिल्म के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण फिल्म को कुछ राज्यों में रिलीज नहीं किया गया है.



'पद्मावत' में दीपिका पादुकोण रानी पदामिनी की भूमिका में नजर आईं है साथ ही शाहिद कपूर ने इस फिल्म में राजा रावल रतन सिंह का किरदार निभाया है. वहीं बात करें रणवीर सिंह की वो फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी के रोल में नजर आए हैं. फिल्म की रिलीज के बाद से ही फैंस सोशल मीडिया पर इन तीनों के किरदार की तारीफें करते नहीं थक रहे हैं.