मुंबई: एसिड अटैक विक्टिम लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर बनी फिल्म 'छपाक' का टाइटल गाना 'छपाक' आज मुम्बई में लॉन्च किया गया. इस खास मौके पर खुद लक्ष्मी अग्रवाल, दीपिका पादुकोण, विक्रांत मेस्सी, गीतकार गुलजार, संगीतकार शंकर और लॉय (एहसान नहीं थे) आदि मौजूद थे. अरिजीत सिंह द्वारा गाया और गुलजार द्वारा लिखा फिल्म का टाइटल गाना जब प्ले किया गया, तो इसे देखने और सुनने के बाद लक्ष्मी अग्रवाल अपने जज्बात पर काबू नहीं कर पाईं और रो पड़ीं. ऐसे में बगल में खड़ी दीपिका ने लक्ष्मी को दिलासा दिया और उन्हें चुप कराती नजर आईं.
गौरतलब है कि फिल्म के संगीतकर शंकर ने जब इस टाइटल गाने को मंच पर गाया तो इसके बाद एक बार फिर से लक्ष्मी भावुक हो गईं और अपने आंसू पोंछती नजर आईं. एक मौके पर खुद दीपिका की आंखों में आंसू देखे गये. दीपिका ने इस फिल्म को बनाने का मौका देने के लिए लक्ष्मी का शुक्रिया अदा किया और कहा कि लक्ष्मी ने एक बार भी उनपर संदेह नहीं जताया, एक बार भी फिल्म को लेकर कोई सवाल नहीं उठाया. दीपिका ने कहा कि लक्ष्मी ने जो भी किया है वो दिल से किया है और उन्हें उम्मीद है कि लक्ष्मी को यह फिल्म बेहद पसंद आएगी. दीपिका ने लक्ष्मी से कहा, "हमें उम्मीद है कि हमने आपकी इस अद्भुत और प्रेरणादायक कहानी के साथ न्याय किया होगा."
अपने जज्बात को काबू में करने के बाद लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा कि 2013 से पहले कोई भी एसिड अटैक के बारे में ज्यादा नहीं जानता था, लेकिन जब कुछ सरवाइवर्स बाहर निकलकर आए और अपनी कहानियां सामने रखनी शुरू की, तो हर कान में वो आवाज गयी और आज वो एक फिल्म के रूप में बाहर आई है."
लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा, "सोसायटी पर इस फिल्म का एक बहुत बड़ा असर होगा. थैक्यू दीपिका आपने लक्ष्मी का रोल किया. आज आपने दिखा दिया कि सही मायनों में खूबसूरती मायने नहीं रखती है. जागरुकता लाना और इस मुद्दे को उठाना बहुत जरूरी था. सोसायटी के दिमाग में जो तेजाब है. इस फिल्म के माध्यम से लोगों के दिमाग से तेजाब निकलेगा. मुझे खुशी है कि आज हम साथ में है और इस मुद्दे को आगे बढ़ा रहे हैं और जो लोग इसका शिकार होते हैं, उन्हें सही मायनों में फाइटर के रूप में बाहर लेकर आ रहे हैं. आप सभी फिल्म देखने जाइएगा तो आप लोगों को पता चलेगा कि क्या क्या समस्याओं (एसिड विक्टिम को) फेस करनी पड़ती हैं."
दीपिका को अपने अंदाज में पहली बार देखने के बारे में लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा, "मैं सोई हुई थी और उठने के बाद जैसे ही मैंने फर्स्ट लुक देखा (दीपिका का) इंस्टाग्राम पर. लोगों ने पहले से मुझे इतने सारे मैसेज किये हुए थे. जैसे ही देखा मैंने तो मेरे मुंह से निकला 'वाओ'... लक्ष्मी!
गीतकार गुलजार ने इस मौके पर फिल्म को निर्देशित करनेवाली अपनी बेटी मेघना गुलजार, दीपिका पादुकोण और लक्ष्मी अग्रवाल की तारीफ करते हुए कहा, "छपाक महज एक फिल्म नहीं है, बल्कि समाज के लिए चलाई गई एक मुहिम है. इन तीनों महिलाओं ने इस फिल्म को बनाने के बारे में सोचा और इस मसले पर बात करने के बारे में सोचा, जो काबिल-ए-तारीफ है. यह महज किसी अन्य साधारण फिल्म की तरह नहीं है, बल्कि ये महिलाएं इस फिल्म के जरिए कुछ कहने की कोशिश कर रही हैं. वे इस मसले पर बातचीत की शुरुआत करना चाहती हैं और समाज को इस बारे में बताना चाहती हैं. इस मुहिम की मशाल हैं लक्ष्मी और यह रौशनी उन्हीं से जन्मी है."