सुशांत सिंह राजपूत मामले के बहाने चिराग का नीतीश कुमार पर हमला, कहा- बहुत देर से जागी बिहार सरकार
चिराग पासवान ने आरोप के स्वर में कहा कि इस मामले में बिहार पुलिस की नींद तब खुली जब परिवार के सदस्यों ने रिपोर्ट दर्ज़ कराई.
पटना: पिछले कई दिनों से बिहार के सीएम नीतीश कुमार की आलोचना करने वाले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने अब सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच को लेकर उनपर वार किया है. इस बार मामला सुशांत की मौत को लेकर बिहार पुलिस की जांच का है.
देर से जागी बिहार सरकार- चिराग
मंगलवार को ये ख़बर आई कि सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने रिया चक्रवर्ती पर सुशांत के साथ धोखा करने और उन्हें ख़ुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाकर पटना के एक थाने में एफआईआर दर्ज़ करवाया है. चिराग पासवान ने बिहार पुलिस के इस क़दम को देर से उठाया गया क़दम क़रार दिया. एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में चिराग पासवान ने साफ़ कहा- "जब इतने बड़े नाम को लेकर बिहार सरकार जागरूक नहीं होती है या बिहार पुलिस हस्तक्षेप नहीं करती है, तो बाहर प्रताड़ित हो रहा या ऐसा क़दम उठाने को मज़बूर हो रहा बिहार का एक आम नागरिक कैसे विश्वास कर पाएगा.''
परिवार की शिकायत के बाद खुली नींद- चिराग पासवान
चिराग पासवान ने आरोप के स्वर में कहा कि इस मामले में बिहार पुलिस की नींद तब खुली जब परिवार के सदस्यों ने रिपोर्ट दर्ज़ कराई. उनके मुताबिक़ उनको लग रहा था कि बिहार पुलिस स्वतः ही इस मामले की जांच शुरू कर देगी लेकिन इसमें देरी हुई है.
नीतीश को लिखी थी चिट्ठी
इस सिलसिले में चिराग पासवान ने 18 जून को ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर इस मामले हस्तक्षेप करने की मांग की थी. उन्होंने नीतीश कुमार से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बैठकर खुदकुशी मामले में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने की मांग की थी. उनका कहना था कि इससे सुशांत सिंह राजपूत की घटना के पीछे के गुनहगारों को सज़ा मिल सकेगी और गुटबंदी के कारण भविष्य में कोई ऐसा क़दम उठाने को बाध्य नहीं होगा.
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा, "सुशांत जैसे दूसरे प्रदेश में रहने वाले एक बिहारी युवा की जान क्यों गई.... इसपर बिहार के युवाओं को विश्वास दिलाने के लिए बिहार सरकार का हस्तक्षेप करना ज़रूरी है क्योंकि आज भी ऐसे कई युवा बिहारी हैं जो शिक्षा या रोज़गार के लिए दूसरे प्रदेशों में रहते हैं.''
उद्धव ठाकरे से भी की बात
उधर चिराग पासवान ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात भी की. उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की. उनके मुताबिक़ उद्धव ठाकरे ने उनको आश्वासन दिया कि इस मामले से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ हो रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. चिराग के अनुसार ठाकरे ने उनसे कहा कि अगर इस मामले को सीबीआई को देने की ज़रूरत पड़ेगी तो ऐसा भी करने को तैयार रहेंगे.