Comedian Raju Srivastav Story: कॉमेडी के बेताज बादशाह राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) इन दिनों एम्स में जिदंगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं. वर्कआउट करते वक्त राजू श्रीवास्तव को हार्ट अटैक आया था. उसके बाद से एम्स में उनका इलाज चल रहा है. हालांकि इस दौरान उनकी हालात स्थिर (Raju Srivastav Health Update) बनी हुई है. इस बीच हम आपको बताने जा रहे हैं. राजू श्रीवास्तव की जीवन के संघर्ष की वो कहानी, जिसने एक ऑटो ड्राइवर से लेकर उन्हें कॉमेडी की दुनिया का गजोधर भैय्या बना दिया है.
ऐसे राजू श्रीवास्तव बने गजोधर भैय्या
उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्में 58 वर्षीय राजू श्रीवास्तव अपने आंखों में कई सपने लेकर मायानगरी मुंबई आए थे. सपनों के इस शहर में आकर राजू श्रीवास्तव के चीजें आसान नहीं रही. कुछ दिन बाद जब राजू की पास पैसों की तंगी होने लगी तो जरूरतें पूरी करने के लिए वह ऑटो ड्राइवर बन गए. हालांकि इस दौरान वह स्टैंड अप कॉमेडी का काम जारी रखते थे. स्टैंड अप कॉमेडी का जन्म भारत में साफतौर से कहा जाए राजू श्रीवास्तव से हुआ है. पिता के कवि होने के नाते कॉमेडी का कला राजू श्रीवास्तव की रगो में बसती थी. ऐसे में कॉमेडियन बनने का सपना लिए राजू श्रीवास्तव तमाम परेशानियों से आगे बढ़ते रहे. फिर एक दिन ऑटो चलाते वक्त ही राजू श्रीवास्तव की किस्मत चमकी और उन्हें एक कॉमेडी शो के लिए ब्रेक मिला. इसके बाद राजू श्रीवास्तव ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. जिसके तहत राजू ने डीडी नेशनल के मशहूर शो टी टाइम मनोरंजन से लेकर द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज तक अपनी खास पहचान बनाई. द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज में राजू श्रीवास्तव उपविजेता रहे और इसी शो में उन्होंने अपना गजोधर भैय्या अवतार दिखाया, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया.
50 रुपये में करते थे शो
एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) ने बताया था. जब वह मुबंई आए तो उस समय कॉमेडियन को ज्यादा तवज्जों नहीं दी जाती थी. सिर्फ जॉनी लिवर साहब ऐसे थे, जिन्हें देखकर हमें साहस मिलता था. मैंने अपने करियर के शुरुआती दौर में काफी उतार चढ़ाव देखे. इतना ही नहीं उस मुझे एक कॉमेडी शो को करने के लिए मजह 50 रुपये मिला करते थे.
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