मुंबई: एक बाल झगड़े गंजे युवा का किरदार निभाने को लेकर हाल ही में आयुष्मान खुराना ने एबीपी न्यूज़ को दिये एक खास इंटरव्यू में कहा था कि अपनी आने वाली फिल्म 'बाला' में काम करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
मगर अब कहानीकार कमल चंद्रा ने सीधे सीधे आयुष्मान खुराना पर अपनी कहानी चुराने का आरोप लगाते हुए अब उनके खिलाफ मुम्बई के पास स्थित काशी मीरा पुलिस स्टेशन में 29 मई को एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
इसी के साथ उन्होंने 'बाला' के निर्देशक अमर कौशिक और निर्माता दिनेश विजन के खिलाफ भी शिकायत की है. उल्लेखनीय है ये मामला पहले से ही मुंबई हाई कोर्ट में चल रहा है. मार्च में कमल ने आयुष्मान खुराना और फिल्म के मेकर्स के खिलाफ मामला दायर किया था.
एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए कमल चंद्रा ने कहा, "मामला हाई कोर्ट में चल रहा है. इसकी तीसरी सुनवाई हाल ही में अप्रैल हुई थी, मगर अदालती फैसले का इंतजार किये बगैर आयुष्मान खुराना और 'बाला' की टीम ने 6 मई से फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है. फिलहाल अदालत गर्मी की छुट्टी पर है, मगर इसका ये मतलब नहीं है कि अदालती फैसला आने से पहले ही फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी जाये."
वहीं संपर्क करने पर आयुष्मान खुराना की लीगल टीम ने इन आरोपों का जवाब देते हुए एबीपी न्यूज़ से कहा, "आपको जो भी जानकारी दी गयी है वो तोड़-मरोड़ कर पेश की गयी है, खासकर 09, 2019 अप्रैल की अदालती कार्यवाही के बारे में बतायी गयी जानकारी. कमल चंद्रा इस मसले पर वेकेशन में बॉम्बे हाईकोर्ट गये थे और इस संबंध में उन्हें किसी तरह की कोई राहत नहीं मिली है. फिलहाल ये मामला अदालत में है और और इस मामले की अगली सुनवाई 10 जून, 2019 को है. ऐसे में फिलहाल हम इस मामले में आगे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. हमारी स्क्रिप्ट पूरी तरह से ओरिजनल है और मामला फिर से कोर्ट में आने पर हम इसे साबित भी कर देंगे."
कमल चंद्रा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए दावा किया, " 2017 में मैंने एक डेढ़ पन्ने की फिल्म की कहानी आयुष्मान खुराना को वॉट्सऐप की थी जो उन्हें काफी पसंद आयी थी. ऐसे में उसी साल सितंबर महीने में एक दिन उन्होंने मुझे यशराज स्टूडियो में मिलने के लिए बुलाया. ऐसे में जब मैं वहां पहुंचने ही वाला था कि उनका मैसेज आया कि आज वो नहीं मिल सकते हैं. तब से लेकर लगभग डेढ़ साल तक मैंने उनसे फॉलो अब करने की कोशिश की, मगर उन्होंने कभी भी मेरे मेसैज का जवाब नहीं दिया और फिर एक दिन पता चला कि मेरी मूल कहानी पर ही 'बाला' बन रही है."
सुधीर मिश्रा की 'दास देव' में और कई अन्य फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर रह चुके कमल चंद्रा पिछले कई सालों से बॉलीवुड में संघर्षत हैं. कमल ने अपनी कहानी चुराये जाने पर मायूसी जताते हुए कहा, "ये फिल्म मेरी जिंदगी का ट्रंप कार्ड साबित हो सकती थी, मगर अब लगता है कि मुझे 4-5 साल और संघर्ष करना पड़ेगा."