Lockdown की वजह से गोवा में फंसी नफीसा अली, कहा- सूखा खाना खा रही हूं, दवाई भी नहीं मिल रही
नफीसा अली सोढ़ी ने बताया कि वो और उनकी बेटी का परिवार यहां (गोवा) दिल्ली से आए थे और उनका 10 दिन रहने का प्लान था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से उन्हें अपनी ट्रिप को लंबा करना पड़ा.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के फैलने के खतरे को देखते हुए सरकार ने देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू कर दिया है. लेकिन लॉकडाउन के चलते कई लोगों को खासी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. अभिनेत्री नफीसा अली सोढ़ी इस वक्त गोवा में हैं और उनपर भी इस महामारी का बड़ा असर पड़ा है. उन्होंने बताया है कि उनके पास खाने पीने की ज़रूरी चीज़ें नहीं हैं और दवाई भी खत्म हो गई है.
63 साल की नफीसा अली कैंसर सरवाइवर हैं. ऐसे में उनको अपने खान पान और दवाई का खास खयाल रखना पड़ता है. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया, "राशन की दुकाने पिछले 6 दिनों से बंद हैं. मैं कैंसर सरवाइवर हूं, मुझे सही खाने की खास ज़रूरत होती है. मैं कई दिनों से सिर्फ सूखा खाना खा रही हूं, जिसमें सब्ज़ियां और फल नहीं हैं. मैं मोर्जिम में हूं और यहां के लोग बेहद मुश्किल वक्त बिता रहे हैं. पंजिम में हालाती ठीक हैं. मुझे सभी के लिए फिक्र हो रही है.
नफीसा अली सोढ़ी ने बताया कि वो और उनकी बेटी का परिवार यहां (गोवा) दिल्ली से आए थे और उनका 10 दिन रहने का प्लान था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से उन्हें अपनी ट्रिप को लंबा करना पड़ा. अब हालात के बिगड़ने की वजह से नफीसा की मुश्किलें बढ़ गई हैं और उनकी दवाई भी लगभग खत्म हो चुकी है.
नफीसा अली ने बताया, "मेरी बेटी के बच्चों के स्कूल बंद हो गए थे. मेरी बेटी को मेरी सेहत की फिक्र थी. इसलिए उसने साथ गोवा चलने को कहा. तभी लॉकडाउन हो गया और यहां सब कुछ बंद हो गया. मेरी सभी दवाई खत्म हो रही है. कुरियर सेवा भी बंद है, इसलिए मैं कहीं और से भी दवाई नहीं मंगवा सकती हूं. तो अब मेरे पास क्या रास्ता है? मैं कोई दवाई नहीं ले पा रही हूं, जो कि मेरी सेहत के लिए अच्छा नहीं."
नफीसा अली का कहना है कि मोर्जिम की दवा दुकानों में दवाई नहीं मिल पा रही है और वो दवा लेने पंजिम जा नहीं सकतीं. इस वजह से उनकी दिक्ततें बढ़ गई हैं.