जब सलमान खान ने फ्रंटलाइन वर्करों को दिये जाने वाले नाश्ते को खुद चखा, तैयारियों का लिया जायजा
सलमान खान ने फ्रंटालाइन वर्करों के लिए नाश्ते का इंतजाम करनेवालों की हौसलाअफजाई भी की और उन्हें पूरे जोश में इस नेक काम को जारी रखने को कहा.
मुंबई: सलमान खान के 'बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन' की ओर से मुम्बई के फ्रंटलाइन वर्करों - पुलिस, मेडिकल स्टाफ और बीएमसी कर्मचारियों के लिए पिछले एक हफ्ते से रोजाना नाश्ते का इंतजाम किया जा रहा है. सलमान के फाउंडेशन और 'आई लव मुम्बई' नामक एनजीओ की ओर से मुम्बई के विभिन्न इलाकों में जाकर Being Haangryy नामक मिनी फूड ट्रक के माध्यम से हो रहे इस नेक कार्य के बारे में हाल ही में एबीपी न्यूज़ ने एक्सक्लूसिव जानकारी आप तक पहुंचाई थी. लेकिन आज शाम सलमान खान खुद फ्रंटलाइन वर्करों के लिए नाश्ते के इंतजामों का जायजा लेने मौके पर पहुंचे.
रोज़ाना मुम्बई के बांद्रा (पश्चिम) इलाके में 'भाईजान्स' नामक होटल में फ्रंटलाइन वर्करों तक पहुंचाये जानेवाला नाश्ता तैयार किया जाता है. सलमान खान कोविड-19 के बुरे दौर में कड़ी मशक्कत कर रहे पुलिसवालों से लेकर तमाम फ्रंटलाइन वर्करों के लिए बनाये जानेवाले नाश्ते की क्वालिटी को चेक करना चाहते थे. ऐसे में सलमान अपनी कार से अपने बांद्रा स्थित घर 'गैलेक्सी अपार्टमेंट' से 'भाईजान्स' पहुंचे और वहां नाश्ते से संबंधित तैयारियों का जायजा लिया.
'बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन' और 'आई लव मुम्बी' से जुड़े राहुल कानन ने एबीपी न्यूज़ को जानकारी देते हुए बताया, "इस मौके पर सलमान खान ने फ्रंटलाइन वर्करों के लिए नाश्ता तैयार करनेवाले तमाम लोगों से बातचीत की. आज नाश्ते में 5000 फ्रंटलाइन वर्करों के लिए पाव-भाजी बनाई गई थी. ऐसे में सलमान खान ने खुद ही भाजी को चखा. सलमान को भाजी का स्वाद पसंद आया और फिर उन्होंने स्वाद में इसके बढ़िया होने की बात इसे तैयार करनेवालों से कही."
सलमान खान ने फ्रंटालाइन वर्करों के लिए नाश्ते का इंतजाम करनेवालों की हौसलाअफजाई भी की और उन्हें पूरे जोश में इस नेक काम को जारी रखने को कहा.
उल्लेखनीय है सलमान खान ने 'बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन' की ओर से पिछले साल लॉकडाउन के दौरान तकरीबन 2 लाख जरूरतमंद लोगों तक अनाज पहुंचाने का काम किया था. इतना ही नहीं, सलामन खान ने हरेक शख्स के हिसाब से 25,000 से भी अधिक दिहाड़ी मजूदरों, तकनीशियनों और जूनियर कलाकारों को 3000-3000 रुपये की आर्थिक सहायता भी दी थी.