फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' के निर्माता संदीप सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण होती है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपनी फिल्म को एक 'राजनीतिक प्रोपेगेंडा' की तरह नहीं बल्कि 'प्रेरणादायी कहानी' के तौर पर देखने का आग्रह किया.

सुप्रीम कोर्ट सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ निर्माताओं की याचिका पर सुनवाई करेगा.

सिंह ने एक बयान में कहा, "भारत के सभी नागरिकों को न्याय के लिए अपील करने का अधिकार है और एक निर्माता के तौर पर मैं वही कर रहा हूं. मेरे लिए और मेरी पूरी टीम के लिए, यह फिल्म विशेष है और हम चाहते हैं कि दुनिया इसे देखे."



फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी. सिंह ने कहा कि 10 अप्रैल को फिल्म के प्रीमियर से कुछ घंटे पहले चुनाव आयोग द्वारा फिल्म पर पाबंदी लगाने की नोटिस पाकर वे स्तब्ध रह गए.

सिंह ने कहा, "मैं यहां देश के सुप्रीम कोर्ट से इस फिल्म को रिलीज करने की इजाजत देने की अपील कर रहा हूं. हमारे जैसे विविधतापूर्ण लोकतंत्र में, यह आज के समय में और ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम सभी को अभिव्यक्ति की आजादी दी जाए. हमारी फिल्म राजनीतिक प्रोपेगेंडा नहीं है. यह केवल एक प्रेरणादायी कहानी है. मैं अदालत से इसे एक बार देखने का आग्रह करता हूं."

सिहं ने कहा, "कोर्ट का जो भी आदेश होगा, हम उसका पालन करेंगे. हम सभी नियमों और निर्देशों का पालन करेंगे. हम कानून के विरुद्ध नहीं जाएंगे."