Death Anniversary Of Dev Anand: अपनी जबरदस्त एक्टिंग (Acting) और खूबसूरती के लिए मशहूर देव आनंद का नाम फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) के बहुत ही दिग्गज अभिनेताओं (Actors) में लिया जाता है. पंजाब (Punjab) के गुरदासपुर में जन्में देव आनंद ने आज ही के दिन साल 2011 में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. अपने वक्त में फिल्मी दुनिया में अपना एक अलग ही क्रेज रखने वाले देव आनंद जब बॉलीवुड (Bollywood) में पैर जमाने के इरादे से मुम्बई (Mumbai) आए थे तो इस बेहतरीन एक्टर (Actor) का शुरुआती टाइम काफी स्ट्रगल भरा रहा और उनकी जेब में भी बहुत बड़ी रकम नहीं थी. देवा आनंद की आज 11वीं पुण्यतिथि (Death Anniversary) के मौके पर आइए उनके संघर्ष के दिनों के बारे में जानते हैं.
तंगी की वजह से छोड़नी पड़ी पढ़ाई
काफी पढ़े लिखे घराने से ताल्लुख रखने वाले देव आनंद के पिता एक वकील हुआ करते थे और जब वो लाहौर के एक गर्वमेंट स्कूल से अपनी एजुकेशन हासिल कर रहे थे तो वो अपने घर की माली हालत के चलते जितना पढ़ना चाहते थे उतनी पढ़ाई नहीं कर पाए थे और इसी वजह से उन्हें अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ना पड़ा.
बस इतने से रुपये लेकर आए थे मुम्बई
बॉलीवुड के इस शानदार एक्टर को एक्टिंग करने का शौक तो बचपन से ही थी और जब उनकी पढ़ाई छूट गई तो वो फिल्मों में काम करने के सपने को लेकर मुम्बई आ गए. हालांकि जब वो फिल्मी दुनिया में अपनी किस्मत चमकाने के लिए तो उनकी जेब में महज 30 रुपये ही थे. इसके साथ उनके पास रात गुजारने का भी कोई ठिकाना ना होने के साथ दो वक्त की रोटी के लिए भी सोचना पड़ता था.
मिलिट्री सेंसर ऑफिस में की जॉब
अपने इन्हीं दिनों से निपटने के लिए देव आनंद (Dev Anand) ने मिलिट्री सेंसर ऑफिस में जॉब करनी शुरू कर दी और इसके बाद जब उन्हें फिल्मों में काम करने का मौका मिला तो उन्होंने बॉलीवुड (Bollywood) में सफलता की कहानी को लिखने में कमीं नहीं रखी. आज वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपने शानदार काम की बदौलत उनकी याद हमारे बीच जिंदा हैं.