The Death Anniversary Of Shashi Kapoor: 'जुनून (Junoon)', 'दीवार (Deewaar)' और 'वक्त (Waqt)' जैसी फिल्मों में अपने जबरदस्त काम से दर्शकों के दिल में एक खास जगह बनाने वाले शशि कपूर की आज 5वीं डेथ एनीवर्सरी है. फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) के इस दिग्गज अभिनेता (Actor) का आज ही के दिन साल 2017 को निधन हो गया था. बॉलीवुड (Bollywood) के इस नायाब रत्न ने अपनी फिल्मों के साथ अपनी पर्सनल लाइफ के जरिए तमाम सुर्खियां बटोरने वाले इस एक्टर ने अपनी लाइफ में एक बहुत ही मुश्किल वक्त का भी सामना किया है. शशि कपूर की आज पुण्यतिथि (Death Anniversary) के मौके पर उनकी जिंदगी के एक उस कठिन वक्त के बारे में जानते हैं.
जब पाई पाई के लिए हो गए थे मोहताज
शशि कपूर की जिंदगी में एक ऐसा दौर भी आ चुका है जब उनके पास रुपये की सख्त कमी रहने लगी और उस कठिन वक्त में उनके पास काम भी नहीं था. इसके बाद जब पैसे की इतनी कमी हुई कि उन्हें घर चलाना मुश्किल हो गया तो उन्होंने अपनी पसंदीदा स्पोर्ट्स कार को बेच दिया. कार बेचने के बाद भी जब और पैसों की जरूरत पड़ी तो उनकी वाइफ ने उनका साथ देते हुए अपने जेवर तक उन्हें बेचने के लिए दे दिए लेकिन जैसे हर रात के बाद एक सुबह आती है ठीक इसी तरह शशि कपूर को जब एक बार फिर से काम मिलना शुरू हुआ तो रातों रात उनका वक्त बदल गया. इसके बाद सत्तर के दशक में शशि कपूर ने अपार सफलता को हासिल किया.
शशि कपूर (Shashi Kapoor) ने हिंदी के साथ अंग्रेजी फिल्मों तक में अपनी एक्टिंग (Acting) का जलवा दिखा चुके हैं. इसके साथ वो थिएटर (Theatre) के भी बहुत ही मंझे हुए कलाकार थे. शशि कपूर के बेहतरीन काम के लिए साल 2011 में भारत सरकार (Indian Government) ने पद्म भूषण (Padma Bhushan) और 2014 में दादा साहब फाल्के (Dadasaheb Phalke) के अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. आज वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपने शानदार काम की बदौलत हमेशा हमारे बीच जिंदा रहेगे.