Dilip Kumar Death Anniversary: 'जुगनू' बन बॉलीवुड में छा गए थे दिलीप कुमार, कभी अंग्रेजों की कैंटीन में बनाते थे सैंडविच
Dilip Kumar: उनका अभिनय बेमिसाल था तो उनकी आवाज के दीवाने आज भी लाखों हैं. बात हो रही है दिलीप कुमार की, जो आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे.
![Dilip Kumar Death Anniversary: 'जुगनू' बन बॉलीवुड में छा गए थे दिलीप कुमार, कभी अंग्रेजों की कैंटीन में बनाते थे सैंडविच Death Anniversary Special Dilip Kumar Struggle career films love story family pakistan connection unknown facts Dilip Kumar Death Anniversary: 'जुगनू' बन बॉलीवुड में छा गए थे दिलीप कुमार, कभी अंग्रेजों की कैंटीन में बनाते थे सैंडविच](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/07/958bc1a3f57b84add20f8f1bb98a70111688690178726656_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Dilip Kumar Unknown Facts: हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकारों की अगर लिस्ट बनेगी तो उसमें दिलीप कुमार का नाम हर हाल में शुमार होगा. 11 दिसंबर 1922 के दिन पाकिस्तान के पेशावर में जन्मा यह सितारा मुस्लिम धर्म से ताल्लुक रखता था, लेकिन फिल्मों में आने के बाद उन्होंने नाम बदला और शोहरत की बुलंदियों पर पहुंच गए. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक जमाने में दिलीप कुमार अंग्रेजों की कैंटीन में सैंडविच बनाते थे और एक बार जेल भी गए थे. दिलीप कुमार साहब की याद में हम आपको उसी किस्से से रूबरू करा रहे हैं.
अंग्रेजों की कैंटीन में बनाते थे सैंडविच
बात उस दौर की है, जब दिलीप कुमार यानी मोहम्मद यूसुफ खान ने फिल्मों में कदम नहीं रखा था. उस दौरान वह एक बार अपने पिता से नाराज हो गए और अंग्रेजों की कैंटीन में काम करने लगे थे. कहा जाता है कि उस कैंटीन में वह सैंडविज बनाते थे, जो बेहद लाजवाब होते थे. इन सैंडविच को खाने के लिए लोग दूर-दूर से कैंटीन पहुंचते थे. इसी कैंटीन में काम करते-करते दिलीप कुमार को एक बार जेल भी जाना पड़ गया था, जिसका जिक्र उन्होंने अपनी किताब 'दिलीप कुमार - द सब्सटांस एंड द शैडो' में किया था.
इस वजह से जेल गए थे दिलीप कुमार
दिलीप कुमार ने लिखा था कि कैंटीन में काम करने के दौरान एक बार उन्होंने भाषण दिया था. इसमें उन्होंने कहा था कि आजादी के लिए भारत की लड़ाई एकदम जायज है. ब्रिटिश शासक भारतीयों से साथ गलत तरीके से पेश आते हैं. इसके बाद ब्रिटेन विरोधी भाषण के लिए उन्हें यरवदा जेल भेज दिया गया, जहां कई सत्याग्रही बंद थे. उस दौरान सत्याग्रहियों को गांधीवाला कहा जाता था. दिलीप कुमार भी अन्य कैदियों के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठ गए थे. हालांकि, अगले ही दिन उनकी पहचान के एक मेजर ने उन्हें रिहा कर दिया था.
फिल्मों में ऐसे हुई एंट्री
बताया जाता है कि देश के बंटवारे से पहले ही दिलीप कुमार का परिवार पेशावर से मुंबई आ गया था. इसके बाद दिलीप कुमार का नाता बॉलीवुड से जुड़ गया. साल 1944 में उन्होंने ज्वार भाटा फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया, लेकिन उन पर किसी की नजर नहीं पड़ी. इसके बाद दो और फिल्में आईं, जो बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाईं. साल 1947 में रिलीज हुई फिल्म जुगनू ने दिलीप कुमार को सफलता का स्वाद चखा दिया. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और इंडस्ट्री में ट्रेजेडी किंग के नाम से मशहूर हो गए. साल 1966 में दिलीप कुमार ने सायरा बानो से निकाह किया. उस वक्त दोनों की उम्र में 22 साल का अंतर था, जो मोहब्बत के आगे टिक नहीं पाया. उम्र के आखिरी पड़ाव में दिलीप कुमार कई बीमारियों से जूझ रहे थे. ऐसे में 7 जुलाई 2021 के दिन 98 वर्ष की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)