Rasika Joshi Unknown Facts: सिल्वर स्क्रीन की दुनिया में कई ऐसे सितारे हुए, जिन्हें उनके नाम से भले ही पहचान न मिली हो, लेकिन उनका चेहरा ही शोहरत की निशानी बन गया. ऐसी ही एक कलाकार रसिका जोशी भी थीं, जिनकी पर्दे पर मौजूदगी ही ठहाके लगवाने के लिए काफी होती थी. साल 2011 में आज ही के दिन यानी 7 जुलाई को रसिका ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. आइए आपको उनकी जिंदगी के चंद पन्नों से रूबरू कराते हैं.
थिएटर से हुई थी करियर की शुरुआत
12 सितंबर 1972 के दिन मराठी ब्राह्मण परिवार में रसिका जोशी का जन्म हुआ था. उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत थिएटर से की थी. सबसे पहले वह लता नार्वेकर के मराठी नाटक ऊंचा मझा जोका में नजर आई थीं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अपनी कॉमेडी से लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने में माहिर रसिका सिर्फ एक्ट्रेस ही नहीं थीं, बल्कि उन्होंने बतौर राइटर और डायरेक्टर भी काम किया था.
इन फिल्मों में दिखाया अभिनय का जलवा
रसिका जोशी की बात हो तो सबसे पहले फिल्म भूल भुलैया में निभाया गया जानकी बुआ का उनका किरदार आज भी हर किसी की यादों में ताजा है. अक्षय कुमार स्टारर इस फिल्म में रसिका ने अपने बेजोड़ अभिनय से हर किसी का दिल जीत लिया था. इसके अलावा उन्होंने बिल्लू बार्बर, गायब, वास्तुशास्त्र, जॉनी गद्दार, मालामाल वीकली, भूत अंकल, खलबली और एक हसीना थी आदि फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा दिखाया था.
इन सीरियल्स में भी किया था काम
बता दें कि रसिका जोशी ने छोटे पर्दे पर भी अपने अभिनय का दमखम दिखाया था. वह गंमत जंमत, हंसा चकटफू, आनंदवन और प्रपंच आदि धारावाहिकों में नजर आईं. इसके अलावा उन्होंने बंदिनी सीरियल में मोतीबेन की भूमिका निभाकर हर किसी का दिल जीत लिया था.
कैंसर ने छीन लिया यह सितारा
बता दें कि जब रसिका बंदिनी सीरियल में काम कर रही थीं, उस दौरान उन्हें कैंसर होने की जानकारी मिली. इसके बाद उन्होंने एक्टिंग की दुनिया को अलविदा कह दिया और अपना इलाज कराने लगीं. हालांकि, इस जंग में वह जीत हासिल नहीं कर पाईं और 7 जुलाई 2011 के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गईं.