बीते कुछ सालों पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण डिप्रेशन का शिकार हो गईं थी. खुद डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारी से लड़ चुकी दीपिका इन दिनों लोगों में इस मानसिक बीमारी को लेकर जागरुकता फैलानी की लगातार कोशिश करती हैं. दीपिका पादुकोण का कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर शुरू हुई चर्चा से स्थिति पहले से बेहतर हुई है लेकिन अब भी इस दिशा में लंबी राह तय करनी है.
हाल ही में उनके एनजीओ ‘लीव, लव, लाफ फाउंडेशन’ की ओर से एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दीपिका पादुकोण हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में अपनी इस पहल की ‘लेक्चर सीरीज’ के उद्घाटन समारोह में पहुंची थीं. इस सीरीज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर समाज में फैले भ्रांतियों पर चर्चा की जाएगी.
दीपिका ने कहा, ‘‘ समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जारी चर्चा की जहां तक बात है, मुझे लगता है कि स्थिति पहले से काफी बेहतर हुई है. लेकिन निश्चित तौर पर हमें इस दिशा में और जागरूकता फैलाने के लिए अधिक कदम उठाने की जरूरत है.’’
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस पर खुलकर चर्चा होने लगी है. इसको लेकर लोग अब उस तरह लोग झिझकते नहीं हैं, जितना पहले झिझकते थे. फिल्म ‘पद्मावत’ की अदाकारा 2014 में ‘क्लिनिकल डिप्रेशन’ का शिकार हुई थी और अगले साल उन्होंने इसको सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया था. वर्ष 2015 में ही अदाकारा ने फाउंडेशन की शुरुआत कर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलानी शुरू की थी.
दीपिका ने कहा कि ‘लेक्चर सीरीज’ का मकसद विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाना और मानसकि स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाना है. अदाकारा ने इस दिशा में मीडिया की भूमिका की भी सराहना की. पुलित्जर पुरस्कार विजेता लेखक एवं पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित सिद्धार्थ मुखर्जी ने ‘लेक्चर सीरीज’ में पहला व्याख्यान दिया. दीपिका की बहन एवं पेशेवर गोल्फर अनीशा पादुकोण भी समारोह में मौजूद थी.
(इनपुट्स आईएएनएस)
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