पणजी: कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने रविवार को जयपुर में फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग के दौरान निर्माता संजय लीला भंसाली पर हुए हमले के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जिम्मेदार बताया है.

दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि इस हमले के लिए बीजेपी ने उकसाया था. दिग्विजय ने पणजी में एक प्रेस सम्मेलन में कहा, "यह (हमला) जान-बूझकर राजस्थान में सत्तारूढ़ पार्टी के कहने पर किया गया."

उन्होंने कहा, "ऐसी घटनाएं केवल भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में क्यों हो रहीं हैं? राजस्थान पुलिस क्या कर रही थी. मैंने वीडियो देखा है, वहां एक भी पुलिसकर्मी नहीं था. आम तौर पर फिल्म की शूटिंग के दौरान कड़ी सुरक्षा होती है."

आपको बता दें कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली को थप्पड़ मारा और जयपुर में जयगढ़ किले पर विरोध प्रदर्शन किया, जहां वह फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें प्रदर्शनकारी नारेबाजी और गाली देते हुए कैमरों और शूटिंग के अन्य उपकरणों को तोड़ते दिख रहे हैं.


क्यों हो रहा है विरोध?


हंगामा करने वाले संगठन करणी सेना का दावा है कि संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच एक बेहद आपत्तिजनक सीन डाला है. इस सीन में अलाउद्दीन खिलजी एक सपना देखता है जिसमें वो रानी पद्मावती के साथ है. करणी सेना का दावा है कि वास्तव में खिलजी और पद्मावती ने कभी एक दूसरे को आमने सामने देखा तक नहीं और इतिहास की किसी किताब में भी इस तरह के किसी सपने का कोई जिक्र नहीं है. हालांकि इतिहासकार इरफान हबीब के मुताबिक पद्मावती का किरदार ही काल्पनिक है.


करणी सेना खुद को राजपूतों के हितों का रक्षक बताती है और राजस्थान में काम करती है. करणी सेना का दावा है कि रानी पद्मावती राजपूत थीं और उनकी छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई इसलिए उसने प्रदर्शन किया.