मुम्बई : क्या आप इस बात पर यकीन करेंगे कि सुशांत सिंह राजपूत ने 2016 में अपनी सबसे बड़ी हिट फिल्म 'धोनी - द अल्टोल्ड स्टोरी' के बाद एक्टिंग छोड़ने की इच्छा जाहिर की थी. जी हां, सुशांत इस तरह की ख्वाहिश ने एक ऐसे शख्स से जाहिर की थी, जो एक वक्त में उनके बेहद करीब थे और जिन्हें सुशांत एक्टिंग के टिप्स लिये थे.


उल्लेखनीय है कि सुशांत के पिता के. के. सिंह पहले ही कह चुके हैं कि सुशांत एक्टिंग छोड़कर कुर्ग में फार्मिंग करने में रुचि रखते थे, मगर रिया चक्रवर्ती के चलते वे ऐसा नहीं कर सके.


जाने-माने थिएटर और सीरियल निर्देशक और इस वक्त सारियल 'नागिन 5' का निर्देशन कर रहे रंजन कुमार सिंह ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान बताया, 'मैंने फिल्म ' फिल्म 'धोनी' कई बार देखी थी और फिल्म की रिलीज के बाद धोनी से फोन पर बात कर रहा था. तभी बातों-बातों में उन्होंने मुझे बताया कि वो अब आगे और फिल्मों में काम नहीं करना चाहते हैं. ऐसे में चिंतित होकर जब मैंने उनसे इसका कारण पूछा तो सुशांत मेरी बात को हंसी में टाल दिया... इस बात को लेकर मेरा ही मजाक उड़ाया और फिर कहा कि वो तो बस मजाक कर रहे थे."



रंजन कुमार सिंह वो शख्स हैं जो दिल्ली में एनएसडी में एक्टिंग सिखाने और और नाटकों का डायरेक्शन किया करते थे. उस वक्त सुशांत सिंह राजपूत दिल्ली में ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे. दोनों की मुलाकता वही पर हुई थी. ऐसे में एक्टिंग में करियर बनाने के लिए सुशांत जब मुम्बई आये थे और जब उन्हें बालाजी के सीरियल 'किस देस में है मेरा दिल' में ब्रेक मिला था, तो सुशांत घंटों बैठकर रंजन से एक्टिंग के टिप्स लिया करते थे. उस वक्त रंजन बालाजी का एक दूसरा सीरियल डायरेक्ट कर रहे थे.


रंजन बताते हैं कि उन्हें अभी भी इस बात का यकीन नहीं होता कि सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी की होगी. वो कहते हैं, "सुशांत सिंह को ज़िंदगी से प्यार था. जो जिंदगी से इस कदर प्यार करता हो, वो आखिरकार आत्महत्या कैसे कर सकता है? खु्दकुशी तो जिंदगी से नफरत करनेवाले किया करते हैं."



सुशांत को याद करते हुए रंजन कहते हैं, "वो उड़ना चाहता था, ऊंचाइयां छूना चाहता, घुड़सवारी में उसे बहुत इंटरेस्ट था, वो हवाई जहाज उड़ाने और ग्रैंड मास्टर व विश्वनाथन आनंद के साथ चेस खेलने की बातें किया करता था. सुशांत बच्चों को शिक्षित करने में यकीन करता था. उसने अपने पैसों से कई बच्चों को नासा में भेजा था. वो जिंदगी से भरपूर था और दुनिया को बदलने की ख्वाहिश रखता था. वो आत्महत्या कैसे कर सकता है? उसे डिप्रेशन कैसे हो सकता है भला?"


सुशांत की तरह ही पटना से ताल्लुक रखनेवाले रंजन कुमार सिंह कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि सुशांत की हत्या हुई या नहीं या फिर इसके पीछे कोई साजिश थी या नहीं, लेकिन उनका कहाना है कि इस मामले की तह में जाकर इसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए.