स्क्रीन पर आंखें गड़ाकर, सांस थामे बैठे रहे दर्शक, ऐसा था इन हिंदी फिल्मों का क्लाइमैक्स
क्या आपको याद है वो फिल्में जिन्हें देखते हुए आपकी सांसे अटक गई हों, आप स्क्रीन से एक पल के लिए भी नज़र न हटा रहे हों और आगे क्या होगा ये जानने के लिए आपकी धड़कने बढ़ गई हों.
इंडस्ट्री में हर साल न जाने कितनी ही फिल्में बनती हैं और रिलीज़ होती है. क्या आपको याद है वो फिल्में जिन्हें देखते हुए आपकी सांसे अटक गई हों, आप स्क्रीन से एक पल के लिए भी नज़र न हटा रहे हों. आगे क्या होगा ये जानने के लिए आपकी धड़कने बढ़ गई हों. कई नाम आपके दिमाग में आ रहे होगें. ऐसी कई फिल्में हैं जो स्क्रीन से बांधे रखती हैं और इनका क्लाइमैक्स सभी को सकते में डाल देता है.
1. समय(Samay)
साल 2003 में रिलीज़ हुई सुष्मिता सेन की ये फिल्म वाकई सस्पेंस और थ्रिलर से भरी है. इसमें अभिनेत्री सीआईडी ऑफिसर के रोल में थीं. जो एक सीरियल किलर की तलाश में है. जिस तरह से इस फिल्म की कहानी को दर्शाया गया है वो वाकई दर्शकों को स्क्रीन से बांधे रखती हैं.
2. स्पेशल 26(Special 26)
अनुपम खेर,अक्षय कुमार, जिमी शेरगिल और दिव्या दत्ता जैसे सितारों से सजी ये फिल्म भी ज़बरदस्त है. इस फिल्म में ये लोग नकली सीबीआई ऑफिसर बनकर रेड डालते हैं और पैसे लेकर फरार हो जाते हैं. आखिर में पुलिस इन तक पहुंच पाती है या नहीं ये देखना दिलचस्प होगा.
3. तलाश(Talaash)
पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका में आमिर खान जो एक मशहूर अभिनेता की मौत की जांच कर रहा है. ये लाइन पढ़कर आपको फिल्म कुछ खास न लगे लेकिन एक बार इस फिल्म को देख लीजिए..इसका क्लाइमैक्स आपके होश न उड़ादे तो कहना.
4. कहानी(Kahaani)
विद्या बालन की कहानी भी वाकई एक जबरदस्त कहानी है. जिसमें सस्पेंस, ड्रामा, थ्रिलर भरपूर है. एक गर्भवती महिला अपने लापता पति को ढूंढने के लिए कलकत्ता पहुंचती है. लेकिन क्या उसे उसका पति मिल जाता है या फिर कहानी एक नया मोड़ ले लेती है जो सबके होश उड़ा देता है.
5. दृश्यम(Drishyam)
ये फिल्म यकीनन न केवल आपको स्क्रीन से जोड़े रखती है बल्कि इसकी एंडिंग आपके होश भी उड़ा देगी. एक आम आदमी की भूमिका में अजय देवगन और सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका में तब्बू तो कमाल है ही साथ ही बाकी किरदार भी फिल्म में जान डालने का काम करते हैं.
6. ए वेडनेसडे(A Wednesday)
नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर जैसे दिग्गज कलाकारों से सजी ये फिल्म आपको जरुर देखनी चाहिए. फिल्म की कहानी एक बुधवार के दिन की है. ये फिल्म क्यों खास है और क्यों हम इसे देखने के लिए कह रहे हैं ये आपको फिल्म को देखकर पता चलेगा.