जानवर और इंसान को लेकर बॉलीवुड में कई फिल्में बनी है इनमें से एक थी 'हाथी मेरे साथी' जो हाथी और इंसान की दोस्ती पर आधारित थी. बॉलीवुड ने फिल्मों के माध्यम से हमेशा ही जानवर और इंसान के रिश्ते को बहुत मजबूती से पेश किया है. साल 1971 में पर्दे पर आई फिल्म 'हाथी मेरे साथी' से परिपक्व हुआ सिलसिला हाल ही में प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई बेव सीरिज 'पाताल लोक' तक बदस्तूर जारी है.


बॉलीवुड में बन चुकी है कई फिल्में
बॉलीवुड में इंसान और जानवरों के रिश्तें पर कई फिल्में बन चुकी हैं. इनमें से एक जो बहुत हिट हुई वह थी फिल्म 'हाथी मेरे साथी'. इस फिल्म ने सुपर स्टार राजेश खन्ना की लोकप्रियता को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया. इस फिल्मों को लोगों ने इतना पसंद किया कि राजेश खन्ना को बॉलीवुड का भगवान बना दिया. एक बार मशहूर फिल्म निर्माता- निर्देशक महेश भट्ट ने कहा था ''राजेश खन्ना अपने समय में जैसे भगवान थे, फैंस और निर्माता उनके भक्त''.


केरल के मलप्पुरम में गर्भवती और भूखी हथिनी की दर्दनाक मौत से एक बार फिर इस फिल्म की चर्चा होने लगी. इस फिल्म में करीब 6 गाने थे. लेकिन जो सबसे अधिक पसंद किया गया वह गाना था- ''नफरत की दुनिया को छोड़ के खुश रहना मेरे यार''. इस सुपर हिट गीत को लिखा था मशहूर गीतकार आनंद बख्शी ने. यह ऐसा गीत था जो थिएटर में बैठे लोगों की आंखों में आँसू ले आता था. इस गाने का दर्द आज भी कम नहीं हुआ है. करेल की घटना को के बाद लोग इस गीत की लाइनें सोशल मीडिया पर शेयर कर सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.


सलीम- जावेद की जोड़ी ने कहानी लिखी थी
फिल्म हाथी मेरे साथी की कहानी सलीम- जावेद की जोड़ी ने लिखी थी. यह इस जोड़ी की पहली सुपरहिट फिल्म थी. इस फिल्म के डायरेक्टर एम. ए. तिरुमुगम पहले इस फिल्म का नाम प्यार की दुनिया रखना चाहते थे लेकिन बाद में हाथी के स्ट्रांग करेक्टर को देखते हुए इस फिल्म का नाम हाथी मेरे साथी रखा गया. जब यह फिल्म पर्दे पर आई तो इस फिल्म ने कमाई के सारे रिकार्ड तोड़ दिए.


लक्ष्मीकांत का था संगीत
इस फिल्म को  1971 की म्यूजिकल हिट फिल्म माना गया था. इस फिल्म के सभी गाने किशोर कुमार ने गाए थे सिवाए एक गाने के. यह गाना था इस फिल्म का जान था. इस गाने को भी पहले किशोर कुमार ही गाने वाले थे लेकिन संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारे लाल को कुछ कमी महसूस हो रही थी, किशोर कुमार की आवाज में वो बात उन्हें नजर नहीं आ रही थी जो इस गाने में उन्हें चाहिए थी, इस गाने को हटाने की बात होने लगी लेकिन राजेश खन्ना ने कहा यही गाना तो इस फिल्म की जान है. फिर किशोर कुमार ने मोहम्मद रफी से इस गाने को गवाने की लिए कहा. बाद में ऐसा ही हुआ और जब ये गाना लोगों ने सुना तो वे अपनी आंखों के आंसूओं को नहीं रोक पाए.


Movie: हाथी मेरे साथी (1971)
Music: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics: आनंद बख्शी
Singer: मो.रफ़ी



नफरत की दुनिया को छोड़ के
खुश रहना मेरे यार
इस झूठ की नगरी से तोड़ के
नाता जा प्यारे
अमर रहे तेरा प्यार
खुश रहना मेरे यार...


जब जानवर कोई इंसान को मारे
कहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे
एक जानवर की जान आज इंसानों ने ली है
चुप क्यों है संसार
खुश रहना मेरे यार...

बस आखिरी सुन ले, ये मेल है अपना
बस ख़त्म है साथी, ये खेल है अपना
अब याद में तेरी बीत जायेंगे रो रो के
जीवन के दिन चार
नफरत की दुनिया को...

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