मुंबई: अभिनेत्री कंगना रनौत और बीएमसी के बीच शुरू हुए विवाद पर कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा है कि उनकी क्लायंट कंगना की अनुपस्थिति में बंगले में मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कर्मचारी जबरन घुस गए, जो कि कानूनन गलत है और इसीलिए कंगना की तरफ से बीएमसी के खिलाफ ट्रेसपासिंग व जवाबी कार्रवाई का नोटिस जारी किया गया है, जिसके तहत बीएमसी के कर्मचारियों को जेल की सजा हो सकती है.
वकील रिज़वान सिद्दीकी ने कहा कि बीएमसी की ओर से 'स्टॉप वर्क' (निर्माण कार्य रोको) के तहत जो नोटिस गेट पर चस्पा किया गया है, वह अपने आप में गलत है, अवैध है. उन्होंने कहा कि वहां किसी तरह का कोई निर्माण काम चल ही नहीं रहा था, तो 'स्टॉप वर्क' का नोटिस किस आधार पर दिया गया है?
वकील के मुताबिक बीएमसी ने बंगले में बदलाव/निर्माण की बात कही है, तो ऐसे में कानूनन उन्हें 7 दिन में जवाब देनेवाला नोटिस जारी करना चाहिए था, न कि एक दिन का. यहां पर जानबूझकर कंगना को परेशान करने के लिए ऐसा किया गया है.
वकील रिज़वान का कहना है कि कंगना के बांद्रा स्थित रेसीडेंट/ऑफिस में किसी तरह का काम नहीं चल रहा है और ऐसे में बीएमसी की ओर से हड़बड़ी में नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि बीएमसी का दावा है कि बंगले में बदलाव किये गये हैं. इस वक्त निर्माण कार्य चलने और बंगले में बदलाव किये जाने का बीएमसी का दावा है, बीएमसी को दोनों बातें साबित करनी होंगी.
बीएमसी की ओर से कोर्ट में केविएट दाखिल किये जाने के लिए भी रिजवान ने बीएमसी की आलोचना की. उन्होंने कहा कि बीएमसी की पूरी कार्रवाई कंगना और महाराष्ट्र सरकार के बीच चल रही तनातनी के बीच बदले की भावना से की गई कार्रवाई है, जो कि निंदनीय है.
ये भी पढ़ें:
रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी पर आया सुशांत सिंह की बहन का बयान, ट्वीट कर कही है ये बात
Mirzapur 2 से लेकर Bigg Boss 14 तक, इस साल ये शो करेंगे दर्शकों का भरपूर मनोरंजन