अभय देओल के कमेंट पर सामने आया फरहान अख्तर का रिएक्शन, कहा- रिएलिटी स्टार बनने आए हैं?
अभय देओल ने फिल्म 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' में उनके काम को सही क्रेडिट न देने की शिकायत भी की थी. अब इसे लेकर फिल्म में उनके कोस्टार रहे फरहान अख्तर का बयान सामने आया है. इंडिया टुडे से बात करते हुए फरहान ने अभय देओल के रिएक्शन पर जवाब दिया.
एक्टर अभय देओल ने बीते दिनों इंडस्ट्री में मौजूद नेपोटिज्म और इंडस्ट्री में मौजूद लॉबिंग के बारे में बात की थी. इस दौरान उन्होंने फिल्म 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' में उनके काम को सही क्रेडिट न देने की शिकायत भी की थी. अब इसे लेकर फिल्म में उनके कोस्टार रहे फरहान अख्तर का बयान सामने आया है. इंडिया टुडे से बात करते हुए फरहान ने अभय देओल के रिएक्शन पर जवाब दिया.
उन्होंने कहा कि हमेशा अपने काम के लिए आप किसी और की स्वीकृति पर निर्भर नहीं रह सकते. उन्होंने कहा, ''आप हमेशा रैट रेस में नहीं भाग सकते. आपको हमेशा अपने काम के लिए दूसरों की स्वीकृति पर निर्भर नहीं होना चाहिए. खुद पर भरोसा रखें और वो काम करें जो काम करने में आपको खुशी मिलती है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कितने मैगजीन के कवर पर नजर आए हैं और कौन कितने न्यूजपेपर्स के कवर पर. क्या हम लोग इसके लिए इस इंडस्ट्री में हैं अपने क्राफ्ट के लिए. क्या आप इस इंडस्ट्री में रिएलिटी स्टार बनने आए हैं?''
फरहान ने कहा कि उन्हें बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता कि उन्हें कितने अवॉर्ड मिल रहे हैं या कितनी मैगजीन. वो इस इंडस्ट्री में अपने क्राफ्ट की वजह से हैं. उन्होंने अभय देओल के कमेंट पर जवाब देते हुए कहा, ''उन्होंने क्या महसूस किया ये उनका बेहद निजी अनुभव है. मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता. अगर आपको हमेशा दूसरों की वैलिडेशन चाहिए तो, ये आपको कुछ देर के लिए तो खुशी दे सकता है लेकिन अंत में निराशा ही देगा. आप अपने काम से प्यार करिए.''
अभय देओल ने एक पोस्ट में कहा था, ''जिंदगी न मिलेगी दोबारा, साल 2011 में आई थी. इसका नाम लगातार रट रहा हूं आजकल. जब परेशान हों तो ये एक अच्छी फिल्म है.'' साथ ही उन्होंने कहा था कि 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' के लिए उन्हें सही एप्रीसिएशन नहीं मिला था. अवॉर्ड्स में उन्हें सपोर्टिंग एक्टर बना दिया और ऋतिक को मेन हीरो. अभय ने कहा कि उन्हें इसका बुरा लगा औऱ उन्होंने अवॉर्ड नाइट्स में जाना छोड़ दिया. वहीं, फरहान को लेकर उन्होंने कहा था कि उन्हें इस बर्ताव का बुरा नहीं लगा शायद.