बॉलीवुड एक्टर संजय मिश्रा का आज जन्मदिन है. वह 56 साल के हो गए हैं. उनका जन्म 6 अक्टूबर 1963 को हुआ था. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ छोटे पर्दे पर भी कई शानदार किरदार निभाए हैं. इसके अलावा उन्होंने कई दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी काम किया है. संजय मिश्रा अपनी शानदार एक्टिंग और बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कॉमेडी से लेकर गंभीर किरदार निभाएं हैं. उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनकी 5 बेहतरीन फिल्म के बारे में बता रहे हैं.
फंस गए रे ओबामा
साल 2010 में रिलीज हुई फिल्म 'फंस गए रे ओबामा' में संजय मिश्रा ने 'भाई साहब' का किरदार निभाया. फिल्म में उनकी बेहतरीन एक्टिंग देखने को मिली. फिल्म साल 2009 में अमेरिका में आई मंदी और पूरी दुनिया पर पड़े इसके प्रभाव के बारे में थी. फिल्म को काफी पसंद किया गया. इसके लिए संजय मिश्रा को बेस्ट एक्टर इन कॉमिक रोल का अवार्ड भी मिला.
मसान
फिल्म में संजय मिश्रा सपोर्टिंग किरादर में थे. उन्होंने विद्याधर पाठक का किरदार निभाया, जोकि ऋचा चड्ढा के किरदार देवी पाठक के पिता बनते हैं. इस फिल्म को ऑडियंस ने काफी पसंद किया. फिल्म भारत में रिलीज होने से पहले कान और फ्रांस में रिलीज हुई थी. अंतरराष्ट्रीय स्टर पर फिल्म को काफी सराहा गया. संजय मिश्रा को साल 2016 में बेस्ट सपोर्टिंग रोल के लिए फिल्मफेयर अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था.
कड़वी हवा
फिल्म 'कड़वी हवा' में संजय मिश्रा ने हेदु नाम के बुजुर्ग का किरदार निभाया था. इसे नीला मधाब पांडा ने डायरेक्ट किया. इस पिल्म को 64नें राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड में काफी सराहा गया. हालांकि बॉक्स ऑफिस पर इसका अच्छा बिजनेस नहीं हुआ. लेकिन फिल्म क्रिटीक्स ने इसकी सराहना की.
आंखो देखी
साल 2014 में रिलीज हुई फिल्म 'आंखो देखी' संजय मिश्रा ने राजेश बाऊजी का किरदार निभाया. इस फिल्म को रजन कपूर ने डायरेक्ट किया था. फिल्म को कई अंतरराष्ट्रीय अवार्ड भी मिले. संजय मिश्रा को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर(क्रिटिक्स) के लिए फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया.
न्यूटन
साल 2017 में रिलीज हुई इस कॉमेडी ड्रामा को काफी पसंद किया गया. इसमें राजकुमार राव लीड रोल में थे, जबकि पंकज त्रिपाठी अहम किरदार निभा रहे थे. वहीं, संजय मिश्रा का फिल्म काफी छोटा किरदार रहा. वह फिल्म में चुनाव आधिकारी के किरदार में दिखाई दिए थे. फिल्म ने नेशनल और फिल्मफेयर समेत कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अवार्ड जीते. इतना ही इस फिल्म को भारत की ओर से ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था.