First Hindi Patriotic Movie: 15 अगस्त 1947 से हर साल भारत अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता चला आ रहा है. भारत में हर साल इस दिन देशभक्ति की भावना हर किसी में देखने को मिली है. इस दिन लोग देशभक्ति गाने सुनते हैं और फिल्में देखना पसंद करते हैं. वैसे तो हिंदी सिनेमा में अब तक ढेरों देशभक्ति फिल्में बन चुकी हैं लेकिन यहां बात हिंदी सिनेमा की पहली देशभक्ति फिल्म की बात कर रहे हैं.


भारत की पहली देशभक्ति फिल्म लगभग 88 साल पहले आई थी जिसे जर्मन फिल्म डायरेक्ट फ्रेंज ओस्टन (Franz Osten) ने बनाया था और उस फिल्म का नाम 'जन्मभूमि' था जिसे 1936 में रिलीज किया गया था. चलिए इस फिल्म से जुड़ी और भी बातें बताते हैं.




हिंदी सिनेमा की पहली देशभक्ति फिल्म थी 'जन्मभूमि'


ये बात साल 1935 की है जब भारत में आजादी की लड़ाई चल रही थी. हर तरफ आजादी के लिए आंदोल जारी थे. भारत में अंग्रेजी हुकूमत चारों ओर थी और हर भारतीय आजादी के सपने देख रहा था. सिनेमा की दुनिया में भी देशभक्ति पर कोई फिल्म नहीं बनी थी लेकिन एक जर्मन फिल्म मेकर उस दौर की चीजों को ध्यान में रखकर एक फिल्म बनाने की योजना बनाई.



उन्होंने उस समय के स्टार अशोक कुमार और देविका रानी को फिल्म जन्मभूमि में लिया और फिल्म साल 1936 में रिलीज की. अजय कुमार घोष-रामंचद्र का किरदार अशोक कुमार ने फिल्म जन्मभूमि में निभाया था और उनके काम को खूब पसंद किया गया. वहीं प्रोतिमा का किरदार देविका रानी ने निभाया. 


क्या थी 'जन्मभूमि' की कहानी?


फिल्म जन्मभूमि में बताया गया कि किस तरह से अजय अपने गांव के लोगों के जातिगत बंधन को तोड़ने का काम करता है. इसके साथ ही वो लोगों को एकता के लिए प्रेरित करता है और स्वतंत्रता का मतलब भी समझाता है. ये भारतीय सिनेमा की पहली देशभक्ति फिल्म मानी जाती है जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया था. इंडियन सिनेमा ओस्टन को भारतीय संस्कृति से लगाव था इसलिए उन्होंने ऐसी फिल्म बनाई.


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