नई दिल्ली: अभिनेता मनोज वाजपेयी का कहना है कि दीपेश जैन की फिल्म 'गली गुलियां' भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे जटिल फिल्म है. मनोज ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मैंने इस तरह की जटिल व मुश्किल भरी फिल्म नहीं देखी है और इस फिल्म में जो किरदार मैं निभा रहा हूं मेरे पूरे जीवन व भारतीय सिनेमा के इतिहास का सबसे जटिल किरदार है."


इस हिंदी मनोवैज्ञानिक नाटक को 20 अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया जा चुका है. इस नाटक को 'इन द शैडोज' के नाम से भी जानते हैं. इसमें मनोज तिवारी ने एक व्यक्ति की दिल झकझोर देने वाली भूमिका निभाई है, जो अपने दिमाग व पुरानी दिल्ली की गलियों में फंसा हुआ है.



अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैंने फिल्म शुरू होने के डेढ़ महीने पहले से इस भूमिका के लिए तैयारी शुरू की. मैं फिल्म में एक इलेक्ट्रिशियन की भूमिका निभा रहा हूं जो कि चांदनी चौक की 'गली गुलियां' नाम की गली में रहता है. वह लोगों के घरों में कैमरा लगाता है और वह देखना चाहता हैं कि उनके घरों में क्या हो रहा है."


मनोज ने कहा कि उनका किरदार एक मानसिक बीमार व्यक्ति का है. मनोज ने कहा, "लोग फिल्म के बारे में चर्चा कर रहे हैं, मेरा मानना है कि इससे हमारी फिल्म को लाभ होगा. हम भारत में 7 सितंबर को फिल्म रिलीज कर रहे है." फिल्म 'गली गुलियां' में अभिनेता रणवीर शौरी, नीरज काबी व शहाना गोस्वामी ने भी भूमिकाएं निभाई हैं.