Gauri Khan Unknown Facts: उनकी मोहब्बत के किस्से अब जवां दिलों के लिए मिसाल बन चुके हैं, लेकिन इश्क के दरिया को पार करना उनके लिए भी आसां न था. बात हो रही है रोमांस की दुनिया के बादशाह यानी शाहरुख खान के दिल की धड़कन यानी गौरी खान की. हुस्न की इस मल्लिका ने साल 1970 में आज ही के दिन यानी 8 अक्टूबर को इस दुनिया में पहला कदम रखा था. बर्थडे स्पेशल में आइए आपको शाहरुख और गौरी की मोहब्बत में आए ब्रेकअप के उस किस्से से रूबरू कराते हैं, जिसके बारे में आपने शायद ही सुना होगा. ... और वह किस्सा, जो आशिकों को उनके दिल पर हाथ रखने के लिए मजबूर कर देगा, क्योंकि यह मोहब्बत की गलियों में बिखरे उन कांच के टुकड़ों की तरह है, जिसकी कल्पना कोई भी दीवाना नहीं करना चाहता.
दिल्ली में पली-बढ़ीं गौरी
गौरी खान का असली नाम गौरी छिब्बर है. वह दिल्ली में रहने वाले पंजाबी-हिंदू ब्राह्मण सविता और कर्नल रमेश चंद्र छिब्बर की बेटी हैं. गौरी की स्कूलिंग लोरेटो कॉन्वेंट स्कूल से हुई, जबकि उन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज से हिस्ट्री में बीए ऑनर्स किया था. साथ ही, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स भी किया था. इसके बाद गौरी ने अपने पिता का गारमेंट बिजनेस जॉइन किया और टेलरिंग के गुर भी सीखे.
शाहरुख से यूं लड़े थे गौरी के नैना
शाहरुख और गौरी की पहली मुलाकात दिल्ली के एक क्लब में हुई थी. कहा जाता है कि पहली नजर में ही उन्हें गौरी से मोहब्बत हो गई थी. उस वक्त किंग खान बेहद शर्मीले होते थे, जिसके चलते वह तीन बार मिलने के बाद गौरी से उनका नंबर मांग पाए थे. गौरी पंचशील में रहती थीं, जबकि शाहरुख का ठिकाना हौजखास था. ऐसे में वह अक्सर गौरी की गलियों के चक्कर काटा करते थे और गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा, मैं तो गया मारा आ के यहां रे... गाना गाते रहते थे. हालांकि, गौरी को यह गाना कतई पसंद नहीं था.
जब हो गया था गौरी-शाहरुख का ब्रेकअप
गौरी और शाहरुख की मोहब्बत की मिसाल आज हर जवां दिल देता है और अपनी मोहब्बत को इन दोनों की तरह मुकम्मल करने के ख्वाब देखता है, लेकिन क्या आपको पता है कि गौरी और शाहरुख का ब्रेकअप भी हुआ था? इसका जिक्र शाहरुख खान ने फेमस टीवी होस्ट डेविड लेटरमैन के शो माई नेक्स्ट गेस्ट नीड्स नो इंट्रोडक्शन में किया था. कहा जाता है कि जब गौरी और शाहरुख का अफेयर चलने लगा तो एक वक्त ऐसा भी आया, जब गौरी को शाहरुख की कुछ बातें पसंद नहीं आईं. दरअसल, शाहरुख काफी ज्यादा पजेसिव थे. वह नहीं चाहते थे कि गौरी दूसरे लोगों के सामने भी बाल खुले रखें. उनकी इस टोकाटाकी से परेशान होकर गौरी मुंबई आ गई थीं. इसके बाद शाहरुख भी मुंबई आ गए और बिना कोई पता होने के बाद वह पूरे शहर में हर बीच पर भटकते रहे. एक दिन गौरी उन्हें मिलीं और ऐसे मिलीं कि फिर दोनों कभी अलग नहीं हुए.