मुंबई: महिला किरदारों पर केंद्रित फिल्मों के निर्माण के लिए लोकप्रिय फिल्मकार गौरी शिंदे का कहना है कि हाल ही में हुआ बैंगलुरू छेड़छाड़ मामला निंदनीय है और अब समय है कि ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई की जाए.

गौरी ने कहा, "यह निंदनीय है. हम किस प्रकार के नीच दुनिया में रह रहे हैं." फिल्मकार ने कहा, "मैं अपने गुस्से को जताने के लिए क्या कहूं? यह समय कुछ बोलने का नहीं, बल्कि तुरंत कार्रवाई करने का है."


उल्लेखनीय है कि बेंगलुरू में नए साल की पूर्व संध्या पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई. इस घटना के बारे में 'निल बटे सन्नाटा' की निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी ने भी अपने विचार सामने रखे.


अश्विनी ने कहा, "जब मैं छोटी थी, तो मेरी मां कभी भी मुझे बाहर खेलने के लिए भेजते वक्त डरती नहीं थी. फिर अब मैं अपनी बेटी को मैदान में खेलने के लिए भेजते वक्त थोड़ा घबराती क्यों हूं?"


उन्होंने कहा, "महिलाओं को हमेशा से ही हर जगह कमजोर ही दिखाया गया है और इसी कारण युवक यह सोचते हैं कि यही सही है, क्योंकि वह इन्हीं चीजों को देखकर बड़े हुए हैं. उनका मानना है कि महिलाओं पर जोर जबरदस्ती दिखाकर वह खुद को ताकतवर साबित कर सकते हैं."


अश्विनी ने कहा कि यह चिंता का कारण है. उन्होंने कहा, "बिना दिमाग वाले लोगों का मानना है कि महिलाओं का जो अपमान हो रहा है, उसके लिए स्वयं महिलाएं ही जिम्मेदार हैं."


फिल्मकार ने कहा, "समाज के तौर पर हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम युवकों को महिलाओं द्वारा स्कूलों और घरों में झेली जा रही चुनौतियों के बारे में बताएं. इसी स्तर से उन्हें महिलाओं का सम्मान करना सिखाएं."


अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने भी बेंगलुरू में हुए छेड़छाड़ मामले पर कड़ी कार्रवाई की बात की है. दिव्या ने कहा, "हम सब को इस प्रकार की मानसिकता को खत्म करना चाहिए."