मुंबई: अनुराग कश्यप, तिग्मांशु धुलिया और विद्या बालन जैसी बॉलीवुड हस्तियां यह कहते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर के समर्थन में आयी हैं कि उसको अपनी राय जाहिर करने का अधिकार है और इसके लिए उसके साथ अभद्रता नहीं की जानी चाहिए.


पहले भी रचनात्मकता की स्वतंत्रता पर हमले के खिलाफ आवाज उठा चुके कश्यप ने कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल ध्रुवीकरण के लिए किया जा रहा है. अनुराग कश्यप ने कल फेसबुक पर लिखा, ‘क्या यह बहुत स्पष्ट नहीं है.. दो वर्ष पहले के एक मौन वीडियो का इस्तेमाल, ‘पद्मावती’ की घटना, रामजस कॉलेज की घटना, तारिक फतेह की घटना, साथ ही ट्विटर और फेसबुक पर जो कुछ चल रहा है, वह ध्रुवीकरण के लिए किया जा रहा है ताकि चुनावों में इच्छित परिणाम मिले.’



दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में आइसा और एबीवीपी सदस्यों के बीच हिंसा के बाद लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा और शहीद सैनिक कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी ने सोशल मीडिया पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाया था. धुलिया ने कहा कि निर्दोष छात्र को निशाना बनाये जाने से वह दुखी हैं.


तिग्मांशु धूलिया ने कहा, 'वह एक निर्दोष लड़की है, उसने कुछ कहा और सभी प्रमुख लोग उस पर टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने उसके जीवन को मुश्किल बना दिया है. मुझे बहुत बुरा लग रहा है, असहाय महसूस कर रहा हूं. अगर अधिकतर लोग ऐसा सोचते हैं तो मुझे नहीं लगता कि देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है.'



आरएसएस समर्थित संगठन के सदस्यों की ओर से कथित तौर पर धमकी मिलने और सोशल मीडिया पर अभद्रता किये जाने के बाद गुरमेहर ने अपना सोशल मीडिया अभियान वापस ले लिया था.


विवाद को लेकर संगीतकार विशाल ददलानी ने कहा, 'मैं राष्ट्रवादी हूं लेकिन एबीवीपी और बीजेपी के गुंडे मुझे राष्ट्रवाद के बारे में नहीं बता सकते. मैं अपने देश के लिए उत्तरदायी हूं, किसी गुंडे के लिए नहीं. जय हिन्द.' आपको बता दें कि विशाल ददलानी आम आदमी पार्टी से भी जुड़े हुए हैं.


फिल्म निर्माता शिरीष कुंदर ने घटना की आलोचना करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'एक छात्रा चुपचाप हिंसा का विरोध करती है. पूरी व्यवस्था उसके खिलाफ हो जाती है. यह दो एस: चुप्पी और छात्रों (साइलेंट और स्टूडेंट) की ताकत को दिखलाता है.'