नई दिल्ली: स्वच्छ भारत अभियान के तीन साल पूरे होने के मौके पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने केंद्र सरकार के सभी अस्तपतालों में फिल्म टॉयलेट: एक प्रेम कथा दिखाने को कहा है. राज्य सरकारों से भी उनके अस्पतालों में ऐसा करने को कहा गया है.


हाल में रिलीज हुई अक्षय कुमार कि ये फिल्म खुले में शौच के चलन के खिलाफ जागरुकता को लेकर बनाई गई है. यह पहल देशभर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए चल रहे केंद्र के ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का हिस्सा है.


स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य खुले में शौच के चलन के बारे में लोगों की सोच बदलना और उन्हें अपने घरों में शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित करना भी है.


मंत्रालय ने केंद्र सरकार के सभी अस्पतालों से तो फिल्म दिखाने के लिए कहा ही है, साथ ही सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उनके अंदर आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में फिल्म की स्क्रीनिंग की जाए.


अधिकारी ने कहा, ‘‘फिल्म की स्क्रीनिंग अनिवार्य नहीं है. राज्य इस बात के लिए स्वतंत्र हैं कि इस आदेश को लागू करना है या नहीं.’’ मंत्रालय ने पत्र के साथ केंद्र सरकार के 20 अस्पतालों की सूची भी भेजी है, जिन्होंने अपने परिसरों में स्वच्छता के मामले में मानक स्थापित किये हैं.