मलाला की जिंदगी पर बन रही फिल्म ‘गुल मकाई’ की शूटिंग शुरू
ल्म की शूटिंग 2016 में ही शुरू हुई थी और कुछ हिस्सा गुजरात के भुज में शूट भी हुआ, लेकिन फिर इस पर काम रूक गया था. बहरहाल, फिल्म की शूटिंग फिर शुरू हो गई है. फिल्म का नाम ‘गुल मकाई’ इसलिए रखा गया है क्योंकि मलाला पाकिस्तान में रहते हुए इसी नाम से अपना ब्लॉग चलाया करती थीं.
नई दिल्ली: नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई के जीवन पर बन रही फिल्म ‘गुल मकाई’ की शूटिंग फिर से शुरू हो गई है.
फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहीं अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने यह खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘गुलमकाई के लिए शूटिंग शुरू. फिल्म प्रेरणास्रोत मलाला पर आधारित है!! बेहद प्रतिभावान अतुल कुलकर्णी के साथ. उनके साथ लगातार दूसरी फिल्म.’’
अतुल कुलकर्णी ने इस पर जवाब दिया, ‘‘आपसे मिलना और आपके साथ काम करना हमेशा खुशनुमा होता है.’’ नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित पाकिस्तानी कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई के जीवन पर बन रही फिल्म ‘गुल मकाई’ में इस बाल कार्यकर्ता की भूमिका रीम शेख निभा रही हैं. शेख इस किरदार के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं.Starting shoot for #gulmakai!! The film based on t inspiring Malala!! Wt t super talented @atul_kulkarni ! 2 nd simultaneous film wt him!
— Divya Dutta (@divyadutta25) September 29, 2017
:-) allllllways a pleasure to meet and work with you dear!!! https://t.co/uCjfrRzH5s — atul kulkarni (@atul_kulkarni) September 29, 2017
हालांकि फिल्म की शूटिंग 2016 में ही शुरू हुई थी और कुछ हिस्सा गुजरात के भुज में शूट भी हुआ, लेकिन फिर इस पर काम रूक गया था. बहरहाल, फिल्म की शूटिंग फिर शुरू हो गई है. फिल्म का नाम ‘गुल मकाई’ इसलिए रखा गया है क्योंकि मलाला पाकिस्तान में रहते हुए इसी नाम से अपना ब्लॉग चलाया करती थीं.
इस फिल्म में दिव्या दत्ता और अतुल कुलकर्णी जैसे दिग्गज कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं. सूचनाओं के अनुसार, दिव्या इसमें मलाला की मां की भूमिका में हैं.
12 जुलाई, 1997 में जन्मी मलाला बचपन से ही मानवाधिकारों, खास तौर से लड़कियों की शिक्षा की पैरोकार रही हैं. अपने पिता से प्रभावित होकर मानवाधिकारों के लिए लड़ने वाली मलाला को चुप कराने के लिए तालिबान ने नौ अक्तूबर, 2012 को गोली मार दी थी. गोली मलाला के सिर में लगी और बहुत मुश्किल से उन्हें बचाया जा सका.
मलाला को ‘टाइम पत्रिका’ ने साल 2013, 2014 और 2015 में लगातार तीन सालों तक दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में रखा. मलाला को उनके कार्यों के लिए साल 2014 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया. वह शांति पुरस्कार पाने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की व्यक्ति हैं.