Gulshan Grover Supports Stars In Ongoing Extra Cost Issue: गुलशन ग्रोवर हिंदी सिनेमा के दिग्गज सितारों में से एक हैं. उन्होंने बॉलीवुड की तमाम फिल्मों में विलेन का किरदार निभाया है. एक दौर ऐसा भी था जब फिल्मों में उनके किरदार को देखकर लोग डर जाया करते थे. अभिनेता को बैड मैन के नाम से भी जाना जाता है. हाल ही में गुलशन ग्रोवर ने सेलेब्स के एक्स्ट्रा खर्चों को लेकर चल रहे मुद्दे पर अपनी राय रखी है. अभिनेता का कहना है कि फिल्म निर्देशकों को हर चीज की जानकारी होती है, ऐसे में इस मुद्दे पर बहस करना फिजूल है. इसके अलावा भी उन्होंने तमाम बातें की हैं चलिए जानते हैं.


पहले से ही खर्चों के बारे में जानते हैं निर्माता
गुलशन ग्रोवर ने 1980 में ‘हम पांच’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी और चार दशक से ज्यादा के करियर के बाद भी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी दमदार उपस्थिति बनाए रखी है. हाल ही में हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू के दौरान, गुलशन ग्रोवर ने सितारों की एक्स्ट्रा कॉस्ट के मुद्दे पर चल रही बहस के बारे में बात की और कहा कि निर्माता इसे बेवजह ही एक मुद्दे के रूप में उठा रहे हैं. गुलशन ग्रोवर ने कहा कि निर्माता किसी भी स्टार से जुड़े सभी खर्चों से वाकिफ होते हैं और उन्हें लाने से पहले उनका हिसाब लगाते हैं. 






सेलेब्स को सपोर्ट सिस्टम की जरूरत
गुलशन ग्रोवर का कहना है ‘निर्माता अब फिजूल तरीके से इस मुद्दे को उठा रहे हैं. आप वर्तमान समय की तुलना अतीत से कैसे कर सकते हैं.’ उन्होंने यह भी कहा कि अभिनेताओं को फिल्म बनने की प्रॉसेस में अपना बेस्ट देने के लिए अपने आस-पास एक सपोर्ट सिस्टम की जरूरत होती है. जब उनसे पूछा गया कि जब बड़ी-बड़ी फिल्में उम्मीद के मुताबिक नहीं चल पाती हैं, लेकिन सेलेब्स के खर्चों में कमी नहीं आती है, ऐसे में क्या निर्माताओं को घाटा नहीं होता है? इसपर गुलशन ग्रोवर ने कहा कि यह सब उनके पैकेज का हिस्सा है. 


स्टार के समय पर नहीं आने पर होता है नुकसान
गुलशन ग्रोवर आगे कहते हैं, अगर कोई स्टार कुछ घंटे देरी से आता है या किसी फिक्स समय पर किसी भी कारण से शूट से जाना चाहता है, तो यह सारी बातें स्टार को साइन किए जाने पर पहले ही बता दी जाती हैं. उन्होंने कहा कि अगर जो कोई भी इस बारे में शिकायत करता है तो वह अभी भी अतीत में जी रहा है. गुलशन ग्रोवर ने आगे बताया कि जब कोई स्टार फिल्म के लिए साइन करता है, तो निर्माता जानता है कि अगर वे समय पर नहीं आते हैं, तो उन्हें तीन घंटे के काम नुकसान होगा. ऐसे में उनको यह गिनना चाहिए या ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए कि उनके आने तक कुछ और शूट किया जा सके.


बता दें कि इससे पहले करण जौहर, कबीर खान, कुणाल कोहली और अनुराग कश्यप, फराह खान जैसे फिल्म निर्माताओं ने इस मसले पर अपनी राय रखी है. 


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