Gulzar To Get Jnanpith Award: जाने-माने लिरिसिस्ट और उर्दू कवि गुलजार को ज्ञानपीठ अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. ज्ञानपीठ सिलेक्शन कमिटी ने शनिवार को इसकी अनाउंसमेंट की है. ज्ञानपीठ सिलेक्शन कमिटी ने एक ऑफिशियल अनाउंसमेंट जारी करते हुए लिखा- यह अवॉर्ड (2023 के लिए) दो भाषाओं के फेमस लेखकों, संस्कृत साहित्यकार जगद्गुरु रामभद्राचार्य और जाने-माने उर्दू साहित्यकार श्री गुलजार को देने का फैसला लिया गया है.


ऑफिशियल सिलेक्शन कमिटी की प्रेस रिलीज में गुलजार को अवॉर्ड देने की अनाउंसमेंट करते हुए कहा गया है, अपनी लंबी फिल्म जर्नी के साथ-साथ, गुलजार साहित्य के क्षेत्र में नए मील के पत्थर रख रहे हैं. कविता में उन्होंने एक नई शैली 'त्रिवेणी' की खोज की जो तीन लाइन्स की एक गैर-मुकफा कविता है. गुलजार ने अपनी शायरी के जरिए हमेशा कुछ नया रचा है. पिछले कुछ समय से वह बच्चों की कविता पर भी गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं.


इन फिल्मों का किया डायरेक्शन
बता दें कि गुलजार एक लिरिसिस्ट और कवि होने के साथ-साथ एक बेहतरीन फिल्ममेकर भी हैं. उन्होंने मेरे अपने, परिचय, आंधी, मौसम और लेकिन जैसी फिल्में बनाई हैं. इसके अलावा उनका नाम उनके दौर के बेहतरीन उर्दू कवियों में से शुमार किया जाता है.


गुलजार को मिल चुके हैं ये अवॉर्ड्स
ज्ञानपीठ अवॉर्ड से पहले भी गुलजार को कई अवॉर्ड्स से नवाजा जा चुका है. उन्हें पहले दादा साहब फाल्के पुरस्कार, पद्म भूषण, साहित्य अकादमी पुरस्कार, एक ऑस्कर, एक ग्रैमी ट्रॉफी और कई नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिल चुके हैं.


गुलजार ने विक्की कौशल स्टारर फिल्म 'सैम बहादुर' के लिए गाने लिखे थे. खास बात ये है कि इस फिल्म को उनकी ही बेटी मेघना गुलजार ने डायरेक्ट किया था जो किए एक डायरेक्टर होने के साथ-साथ एक लेखिका भी हैं.


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