Hard Kaur Birthday: सिनेमा का 'सितारा' कैसे बनीं कनपुरिया तारा? गानों के साथ-साथ विवादों में भी रहीं हार्ड कौर
Hard Kaur: अपने गानों से वह लोगों में जोश फूंकने में माहिर हैं, लेकिन उनके तेवर बेहद तीखे हैं. बात हो रही है रैपर हार्ड कौर की, जिनका आज बर्थडे है.
Hard Kaur Unknown Facts: बॉलीवुड के पार्टी सॉन्ग्स की बात हो और किसी फीमेल रैपर का जिक्र हो तो हार्ड कौर का नाम लिया जाना लाजिमी है. 'रोला पे गया' और 'साड्डा दिल भी तू 'जैसे गानों से फैंस का दिल जीतने वाली हार्ड कौर ने बेहद कम समय में अपना नाम बेहतरीन सिंगर्स में शुमार कर लिया. उनका दावा तो यह भी है कि वह देश की पहली महिला रैपर हैं. बर्थडे स्पेशल में हम आपको हार्ड कौर की जिंदगी के चंद किस्सों से रूबरू करा रहे हैं.
बचपन से किया काफी संघर्ष
29 जुलाई 1979 के दिन उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्मी हार्ड कौर का असली नाम तारा कौर ढिल्लों है. वह मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती थीं. उस वक्त उनकी मां छोटा-सा ब्यूटी पार्लर चलाती थीं. कुल मिलाकर हार्ड कौर अपनी जिंदगी में खुश थीं, लेकिन ये खुशियां ज्यादा दिन कायम नहीं रह सकीं. दरअसल, जब हार्ड कौर छोटी थीं, उनके पिता का निधन हो गया. साल 1991 के दौरान उनकी मां ने एक ब्रिटिश से शादी कर ली और वह भी अपनी मां के साथ इंग्लैंड चली गईं. हार्ड कौर की पढ़ाई इंग्लैंड में ही हुई, लेकिन उनका मन संगीत की दुनिया में रमने लगा. वह शुरू से ही हिप-हॉप म्यूजिक पसंद करती थीं.
हार्ड कौर ने ऐसे बनाया अपना करियर
हार्ड कौर ने संगीत की दुनिया में अलग ही मुकाम हासिल करने का सपना देखा. दरअसल, यह वह दौर था, जब भारत में रैपर सिर्फ पुरुष होते थे. ऐसे में उन्होंने रैपिंग की दुनिया में नाम कमाने का फैसला किया. सबसे पहले उन्होंने अपना स्टेज नेम हार्ड कौर रखा. हार्ड कौर का पहला गाना 'एक ग्लासी' था, जो आते ही छा गया. इसके बाद श्रीराम राघवन की फिल्म 'जॉनी गद्दार' के गाने 'पैसा फेंक' ने उन्हें शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचा दिया. वहीं, हार्ड कौर 'मूव योर बॉडी', 'टल्ली हुआ', 'रोला पे गया', 'साड्डा दिल भी तू' समेत कई हिट गानों से लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया.
विवादों में भी फंस चुकी हैं हार्ड कौर
अपनी बेहतरीन आवाज से फैंस का दिल जीतने वाली हार्ड कौर अपने बयानों की वजह से विवादों में भी फंस चुकी हैं. दरअसल, सिंगर ने अपने एक कॉन्सर्ट के दौरान सिख समुदाय और गुरु गोबिंद सिंह के लिए अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया था. इसके अलावा वह उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी अभद्र टिप्पणी कर चुकी हैं. ऐसे में उन पर केस दर्ज किया गया था. कुछ साल पहले हार्ड कौर ने खालिस्तान के समर्थन में भी पोस्ट किया था.
Made In Heaven 2 से Adipurush तक, अगस्त में ओटीटी पर धमाल मचाएंगी ये फिल्में और वेब सीरीज